भोपाल । तकनीकी शिक्षा विभाग (डीटीई) की ओर से इंजीनियरिंग कालेजों में बीई, बीटेक और फार्मेसी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया जारी है। इसमें विभाग ने बीफार्मा, डीफार्मा और एमफार्मा कालेजों की पहले चरण की काउंसलिंग पर विराम लगा दिया है। प्रदेश के 10 फार्मेसी कालेजों में एक भी प्रवेश नहीं हुए हैं। अब इन कालेजों में दूसरे चरण की काउंसलिंग में प्रवेश होने के कयास लगाए जा रहे हैं। प्रदेश के प्रथम चरण की काउंसलिंग में बी फार्मेसी के 10 कालेजों में एक भी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं मिलेगा। विभाग ने प्रदेश के 122 बी फार्मा की 18 हजार, 45 एमफार्मा की 1400 और एक फार्माडी कालेज की 30 सीटों पर प्रवेश देने अलाटमेंट जारी कर दिए हैं। प्रथम चरण की काउंसलिंग में एमफार्मा के करीब एक दर्जन कालेजों में एक भी प्रवेश नहीं हुआ। पिछले वर्ष की अपेक्षा वर्तमान सत्र में प्रवेश देने के लिए विभाग ने सबसे पहले बीफार्मा और डीफार्मा की काउंसलिंग शुरू किया था। बेहतर आवंटन होने के बाद भी इन कालेजों में एक भी प्रवेश नहीं हो सका है।
बीफार्मा मे प्रवेश लेने के लिये 11 हजार 120 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था। इसमें से नौ हजार 396 ने च्वाइस फिलिंग की थी, लेकिन आवंटन नौ हजार 358 विद्यार्थियों का ही हो सका है। बीफार्मा के दूसरे राउंड में तीन हजार विद्यार्थियों ने पंजीयन करा लिए हैं। इसी तरह प्रथम चरण में एमफार्मा में 80 पंजीयन और 42 विद्यार्थियों की च्वाइस फिलिंग की गई थी। विभाग ने 33 विद्यार्थियों को अलाटमेंट जारी कर दिया है। दूसरे राउंड में पंजीयन और प्रवेश बढऩे की संभावना है।
इन कालेजों में एक भी प्रवेश नहीं
प्रदेश के इन कालेजों में एक भी प्रवेश नहीं हुए हैं। इसमें चौर्डिया इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी इंदौर, ग्रासिओउस कालेज आफ फार्मेसी बालाघाट, जय श्री श्याम कालेज जबलपुर, मीरा देवी फार्मेसी कालेज शिवपुरी, नागाजी इंस्टीट्यूट आफ फार्मेक्युटीकल साइंस ग्वालियर, राधा कृष्ण कालेज आफ फार्मेसी दतिया, एसएलएस कालेज आफ फार्मेसी सागर, शांति कालेज आफ फार्मेसी दतिया, वी एकेडमी ग्वालियर, विद्यासागर कालेज आफ फार्मेसी इंदौर शामिल है।