दौसा कलेक्टर से सनातन समाज दौसा के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर ज्ञापन में बताया कि दौसा हमेशा से सामुदायिक सदभाव और सामाजिक समरसता की भूमि रही है। इसमें अपने धार्मिक विश्वास के आधार पर मिलजुल कर चलने की परम्परा रही है। पिछले कुछ साल से राजस्थान में भी धार्मिक कट्टरता बढ़ती जा रही है। उदयपुर करौली और जोधपुर आदि स्थानों पर हुई साम्प्रदायिक घटना चिंताजनक है।दौसा में स्वयंभू भगवान गुप्तनाथ और श्रीराम मंदिर का धार्मिक क्षेत्र सदियों पूर्व से ही बना हुआ है। मंदिर के क्षेत्र से लगता हुआ गायों के लिए चारागाह और पानी पीने के लिए तालाब बना हुआ है, जिसे गौशाला में रहने वाले गोवंश के लिए उपयोग किया जाता रहा है।

गोवंश के लिए चारागाह सुरक्षित रखा गया था। इस धार्मिक क्षेत्र की चारागाह भूमि खसरा नम्बर 4169/2132 रकबा 3.23 है। इसमें से 0.30 हेक्टेयर भूमि अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास के भवन निर्माण भूमि आवंटित कर दी गई है।चुपचाप ही बिना शिलान्यास किए अल्पसंख्यक बालिकाओं के लिए छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है, जिसका सनातन समाज को पता चलने पर तीव्र आक्रोश व्याप्त हो गया है। धार्मिक क्षेत्र के चारागाह में किसी धर्म विशेष के लिए बनाए जाने वाले छात्रावास के कारण धार्मिक सदभाव बिगड़ने की सम्भावना है।