बिलासपुर ।  बिल्हा विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत बोदरी के वार्ड नंबर 10 ग्राम डडहा बूथ क्रमांक 210 के मतदाताओं ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया। दोपहर तीन बजे तक कोई भी मतदाता वोट डालने बूथ नहीं गए। इस बीच पटवारी पराग महलांग ने कुछ ग्रामीणों को अपनी कार में बैठाकर जबरदस्ती वोट डलवाने ले जा रहा था।
जब स्थानीय लोगों की नजर पड़ी तो वो गुस्से से आग बबूला हो गए। महिलाओं, युवक, युवतियों ने मिलकर कार को चारों ओर से घेर लिया। पटवारी, एसडीएम, तहसीलदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा मचा दिया। महिलाओं व युवतियों ने कार के भीतर पटवारी को तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा। सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंची। इसके बावजूद ग्रामीण पटवारी को घेरकर खड़े रहे। महिलाएं सड़क पर बैठ गई। हंगामा शाम तक चलता रहा। मौके पर तहसीलदार, एसडीएम,थानेदार, चुनाव अधिकारी मौजूद थे और ग्रामीणों को मानने में लगे हुए थे। लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए।
बताया जा रहा है की नगर पंचायत बोदरी के वार्ड नंबर 10 में पचास साल से सड़क नहीं बनी है। जर्जर सड़क से स्थानीय लोगों को आना जाना करना पड़ता है। बरसात के समय में वार्ड के भीतर एंबुलेंस गाड़ी भी नहीं पहुंच पाती है। यहां की जनसंख्या करीब ढाई हजार है। 960 मतदाता है। सड़क बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सैकड़ों बार जनप्रतिनिधि से लेकर जिला प्रशासन व सीएम को भी पत्र लिख चुके हैं, लेकिन अभी तक सड़क नहीं बन पाई है।
इस बार ग्रामीणों ने आचार संहिता लागू होने से पहले से ही सड़क नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए कलेक्टर को चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। बीते दो दिनों से चुनाव आयोग के निर्देश पर अधिकारी व कर्मचारी बूथ में मतदान के लिए तैयारी में जुटे थे। शुक्रवार की सुबह दल बल समेत चुनाव अधिकारी व कर्मचारी बूथ पर तैनात थे। सुबह आठ बजे के बाद ग्रामीण मतदान करने नहीं पहुंचे। अधिकारी मतदाताओं का इंतजार कर रहे थे। दोपहर दो बजे तक भी बूथ में एक भी मतदान नहीं किया गया। इससे अधिकारियों ने हड़कंप मच गया। फिर चुनाव स्टाफ ग्रामीणों से संपर्क किया। इसी बीच गांव का पटवारी कुछ लोगों को जबरदस्ती कार में बैठाकर मतदान करने ले जा रहा था और इसके बाद बवाल मच गया।