हस्तरेखा शास्त्र में हथेली के चंद्र पर्वत चंद्र क्षेत्र को विशेष महत्व दिया गया है. चंद्रमा (Chandrama Position In Hand) मन का कारक है.

चंद्र पर्वत के मजबूत होने पर व्यक्ति विपरीत परिस्थियों से भी बखूबी निकल जाता है सफलता पाता है. वहीं खराब चंद्रमा मन में नकारात्मक वातावरण बनाता है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, कुछ लोगों की हाथ की रेखाओं से चन्द्र पर्वत आकार बनता है. जिन भी लोगों के हाथ में ये आकर दिखाई देता है उन्हें जीवन भर बीमारियों से जूझना पड़ता है. ऐसे लोग एक बीमारी ठीक हुई नहीं कि दूसरी बीमारी की चपेट में आ जाते हैं. इसी वजह से इनका सारा धन, सारी जमा पूंजी उस बीमारी के इलाज में खर्च हो जाता है.
हथेली का चंद्र पर्वत क्या देता है संकेत?
- हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक अगर चंद्र पर्वत गोल हो उस पर तिल या धब्बा ना हो तो ये अच्छा है. वहीं अगर चंद्र पर्वत दबा हुआ है तो इंसान लंबी अवधि तक संघर्ष करता है.

- चंद्र पर्वत से कोई रेखा निकलकर सूर्य पर्वत तक जाए तो व्यक्ति शिक्षा कला के क्षेत्र में खूब उन्नति करता है. साथ ही ऐसे लोगों को धन की कमी नहीं होती है. इसके अलावा ये दूसरों की मदद के लिए भी तैयार रहते हैं.

- अगर चंद्र क्षेत्र से कोई रेखा मंगल पर्वत तक पहुंचती है तो इसे धन प्रतिष्ठा के लिए बेहद शुभ माना जाता है. ऐसे व्यक्ति जीवन में खूब धन अर्जित करते हैं. हालांकि ऐसे लोगों का धन बीमारियों पर खर्च होता है.

- अगर शुक्र पर्वत से कोई रेखा निकलकर जीवन रेखा को काटते हुए चंद्र पर्वत तक पहुंचती है तो इसे अच्छा नहीं माना जाता है. ऐसे लोगों के जीवन में खूब संघर्ष करते हैं. साथ ही दूसरों पर बहुत अधिक भरोसा करना भी इनके लिए नुकसानदेह साबित होता है.