नई दिल्ली । पीएम नरेन्द्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबो‎धित करेंगे। ‎मिली जानकारी के अनुसार ‎22 ‎सितंबर को यह संबोधन दोपहर के सत्र में होगा। गौरतलब है ‎कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा यहां वक्ताओं की एक अनंतिम सूची जारी की गई है। ‎जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के वार्षिक उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करेंगे। महासभा के 78वें सत्र की उच्च स्तरीय आम चर्चा 19 सितंबर, 2023 को शुरू होगी, जिसमें ब्राजील सत्र का पारंपरिक रूप से पहला वक्ता होगा, उसके बाद अमेरिका होगा। महासभा में उच्च स्तरीय आम चर्चा के लिए वक्ताओं की अनंतिम सूची के अनुसार भारत के शासनाध्यक्ष 22 सितंबर की दोपहर में सत्र को संबोधित करेंगे। सूची अनंतिम है और अगले कुछ हफ्तों में कार्यक्रम और वक्ताओं में बदलाव की संभावना है। इस तरह सूची अद्यतन होती रहेगी। गौरतलब है ‎कि संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में उच्च स्तरीय सत्र हर साल सितंबर में शुरू होता है, जिसे वर्ष का सबसे व्यस्त राजनयिक सत्र माना जाता है। इस साल महासभा का 78वां सत्र पांच सितंबर को शुरू होगा। उच्च-स्तरीय सत्र वाले सप्ताह के दौरान विभिन्न देशों के नेता अन्य प्रमुख कार्यक्रमों के अलावा सतत विकास लक्ष्य शिखर सम्मेलन, जलवायु महत्वाकांक्षा शिखर सम्मेलन और आम चर्चा के लिए जुटेंगे। 
महासम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की आम चर्चा के पहले दिन उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करने वाले हैं, जबकि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव 23 सितंबर को संबोधित करेंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ 22 सितंबर की सुबह के सत्र को संबोधित करेंगे। भारत 9-10 सितंबर को अपनी अध्यक्षता में नई दिल्ली में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जिसमें विभिन्न देशों के नेता हिस्सा लेंगे। एसडीजी शिखर सम्मेलन 18-19 सितंबर को होगा। यह 2030 तक परिवर्तनकारी और त्वरित कार्यों पर उच्च स्तरीय राजनीतिक मार्गदर्शन के साथ सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में ठोस प्रगति के एक नए चरण की शुरुआत का प्रतीक होगा। बता दें ‎कि पिछले महीने, एक ऐतिहासिक आयोजन में मोदी ने 21 जून को मनाए गए नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग सत्र का नेतृत्व किया। नौ साल पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा मंच से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था।