केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की विपक्षी दलों की योजना के बीच 2018 के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सात फरवरी, 2019 को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने विपक्ष का उपहास करते हुए कहा था कि उन्हें 2023 में भी ऐसा ही प्रस्ताव लाने की तैयारी करनी चाहिए।

उन्होंने लोकसभा में 2018 में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा था, मैं आपको अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करें कि 2023 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने का आपको मौका मिले। सरकारी सूत्रों ने पीएम मोदी की ‘‘भविष्यवाणी’’ को दर्शाने वाला उनके संबोधन का यह हिस्सा साझा किया। विपक्षी पार्टी के एक सदस्य को जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि यह अहंकार का नतीजा है कि कांग्रेस की सीटों की संख्या कभी 400 से अधिक होती थी जो 2014 के लोकसभा चुनावों में घटकर करीब 40 रह गई। उन्होंने कहा था कि अपनी सेवा की भावना की बदौलत से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दो सीटों से बढ़कर अपने दम पर सत्ता में पहुंची।

क्या कहा था पीएम मोदी ने?
सात फरवरी, 2019 को अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा था, मैंने 2018 में अविश्वास के प्रस्ताव के समय भी 2018 में अविश्वास के प्रस्ताव के बाद मैंने देखा कि मेरी आवाज… मेरा गला घोटने का भरपूर प्रयास किया गया था। डेढ़ पौने दो घंटे तक नारेबाजी के बीच में भी ये ईश्वर की कृपा थी कि मैंने अपनी बात देश और दुनिया के सामने रखी, और उस समय मैंने आपको ये शुभकामनाएं दी थी, वो शुभकामनाएं मैं आज फिर देना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करो, इतनी तैयारी करो कि 2023 में फिर से आपको अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिले, और ….. ये समर्पण भाव है। अंहकार का परिणाम है कि कांग्रेस 400 से 40 हो गए और सेवा भाव का परिणाम है कि हम दो से यहां आकर के बैठ गए।