मुंबई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च पर आयोजित वेबिनार को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 'पीएम आयुष्मान भारत' हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए क्रिटिकल हेल्थ इंफ्रा को छोटे शहरों और कस्बों तक ले जाया जा रहा है।
छोटे शहरों में नए अस्पताल तो बन ही रहे हैं, हेल्थ सेक्टर से जुड़ा एक पूरा इको सिस्टम भी विकसित हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'देश में अच्छे और आधुनिक हेल्थ इंफ्रा का होना बहुत जरूरी है। आज देश में डेढ़ लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तैयार हो रहे हैं। इन सेंटरों में डायबिटीज, कैंसर और हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियों की स्क्रीनिंग की सुविधा है।'

पीएम ने और क्या कहा?
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारे यहां करीब नौ हजार जन औषधि केंद्र हैं और यहां बाजार भाव से बहुत सस्ती दवाएं उपलब्ध हैं। इससे भी गरीब और मिडिल क्लास परिवारों को लगभग 20 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है।' उन्होंने आगे कहा, 'आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज से देश के करोड़ों मरीजों के लगभग 80 हजार करोड़ रुपये बीमारी में उपचार के लिए खर्च होने वाले थे वो बचे हैं। हम निरंतर यह प्रयास कर रहे हैं कि भारत की विदेशों पर निर्भरता कम से कम हो। भारत में इलाज को affordable बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है।'

योजनाओं के बेहतर परिणाम आ रहे
पीएम मोदी ने कहा, 'गंदगी से होने वली बीमारियों से बचाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान हो, धुंए से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए उज्ज्वला योजना हो, दूषित पानी से बचाने के लिए जल जीवन मिशन हो... इनके बेहतर परिणाम आज देश के सामने आ रहे हैं।'