विदिशा ।  खरीफाटक ओवर ब्रिज के तीसरे लैग के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ जा रहे कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव को पुलिस जबरदस्ती अजाक पुलिस थाने ले गई। करीब घंटे भर थाने में बैठाने के बाद उन्हें बिना गिरफ्तारी के छोड़ दिया गया। सीएसपी राजेश तिवारी का कहना है कि कार्यक्रम में शांति भंग होने की आशंका के चलते विधायक को हिरासत में लिया था।

कांग्रेस विधायक मंगलवार सुबह 11 बजे किसानों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। यहां से वे कार्यकर्ताओं के साथ वाहनों पर सवार होकर कृषि मंडी स्थित लोकार्पण कार्यक्रम के लिए रवाना हुए लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों और विधायक के बीच काफी देर तक बहस हुई। इसके बाद विधायक और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अजाक थाने ले जाया गया, जहां से एक घंटे बाद उन्हें छोड़ दिया गया। विधायक भार्गव का कहना था कि उनके क्षेत्र में लोकार्पण कार्यक्रम होने के बावजूद प्रशासन ने उन्हें आमंत्रित नहीं किया। जब वे इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकले तो उन्हें पुलिस ने धक्का मुक्की कर थाने पहुंचा दिया। उनका कहना था कि उन्हें किस अपराध में और किन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अधिकारियों ने उनके सवालों का जवाब नहीं दिया।

इधर, सीएसपी तिवारी का कहना है कि लोकार्पण समारोह ने सांसद मौजूद थे। इस दौरान कांग्रेस विधायक के कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम में पहुंचने के दौरान विवाद होने की आशंका थी। इसी के चलते विधायक भार्गव को हिरासत में लिया गया था। इधर, एसडीएम क्षितिज शर्मा का कहना था कि लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ब्रिज कार्पोरेशन के अधिकारी ने विधायक को फोन पर आमंत्रण दिया था। यह फोन विधायक के निज सचिव ने रिसीव किया था। हालांकि भार्गव ने फोन किए जाने की बात से इंकार किया है।