राजस्थान : भरतपुर जिले में कामां के तीर्थराज विमल कुंड स्थित प्राचीन चामड़ माता मंदिर के पास स्थित मिट्टी के टीले में खुदाई के दौरान प्राचीन काल की करीब एक हजार साल पुरानी मूर्तियां मिलने के बाद धर्म प्रेमी लोगों का तांता लग गया। इसके बाद पुलिस और पुरातत्व विभाग के अफसरों को सूचना देकर मौके से बुलाया गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को सूचना मिली कि प्राचीन मंदिर चामड़ माता मंदिर के पास मिट्टी के टीले की खुदाई के दौरान प्राचीन कालीन मूर्तियां मिली हैं, जो खुदाई में क्षतिग्रस्त हो गई। मूर्तियों को निकलवा कर चामड़ माता मंदिर पर रखवा दिया गया है। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के आने के बाद ही यह स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि इन प्राचीन मूर्तियों पर जो आकृति बनी हुई है, वह कौन से देवी-देवताओं की है।

पुजारी गोविंद दास महाराज और कमलदास बाबा ने बताया, चामड़ माता मंदिर करीब 500  साल पुराना है। मंदिर के पास जो पुराना मिट्टी का टीला है, उस जगह पर प्राचीन मंदिर था, जो अब खुदाई में उसके अवशेष मिल रहे हैं। इस तरीके की मूर्तियां आज के जमाने में देखने को भी नहीं मिलती हैं। ऐसी आकृतियां प्राचीन काल की मूर्तियों पर ही होती हैं। इन मूर्तियों को करीब 1000 साल पुराना बताया जा रहा है। प्राचीन मंदिर चामुंडा माता के पास मिट्टी की खुदाई की जा रही है, उस जगह को कस्बा निवासी चंद्रभान अध्यापक की निजी खातेदारी में बताया गया है।

पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग भरतपुर अधीक्षक नीरज त्रिपाठी ने कहा, कामां में खुदाई के दौरान मूर्तियां मिली हैं, उनके पुलिस अधिकारियों ने फोटो भेजे हैं। उन फोटोओं के आधार पर देखा गया है मूर्तियां करीब एक हजार वर्ष पुरानी है और हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं। एक मूर्ति तो शिवलिंग के आकृति की है। संबंधित कर्मचारियों को निर्देश दे दिए हैं, जो मौके पर पहुंचकर स्थिति को देखेंगे। ऐसी और भी मूर्तियां मौके पर मिलने की उम्मीद है, इसकी जांच की जाएगी।