राजस्थान में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य को 17 नए जिले मिल गए हैं। राजस्थान के 17 नए जिले सोमवार को अस्तित्व में आए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन पट्टिकाओं का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने एक यज्ञ में भी भाग लिया।

नए जिला मुख्यालयों में किया गया यज्ञ

इसके अलावा मंत्रियों की उपस्थिति में नए जिला मुख्यालयों में प्रार्थना और यज्ञ भी आयोजित किए गए। साथ ही सीएम गहलोत ने बिड़ला ऑडिटोरियम में समारोह के दौरान नए जिलों की वेबसाइट भी लॉन्च की।

4 अगस्त को कैबिनेट ने दी थी मंजूरी

बता दें कि राजस्थान सरकार ने 4 अगस्त को कैबिनेट में नए जिलों को मंजूरी दी थी। सरकार की मंजूरी के बाद राज्य में जिलों की कुल संख्या 50 हो गई है। सीएम गहलोत ने कहा था कि और नए जिले बनाने को लेकर हमारी सोच खुली है और हम मानते हैं कि जितने छोटे जिले बनेंगे उतनी प्रशासनिक क्षमता बढ़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि नए जिलों में अधिकारियों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

जयपुर व जोधपुर को चार जिलों में किया विभाजित

इससे पहले अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव (राजस्व) अपर्णा अरोड़ा ने बताया था कि नए जिलों को जल्द ही अधिसूचित किया जाएगा। पहले से ही मौजूद जयपुर व जोधपुर को चार जिलों में विभाजित किया गया है। इनमें जयपुर एवं जयपुर ग्रामीण और जोधपुर एवं जोधपुर ग्रामीण शामिल है। जिससे जिलों की संख्या 50 हो जाएगी।

राजस्थान में 50 हुई जिलों की संख्या

उल्लेखनीय है राजस्थान में पहले 33 जिले थे, लेकिन आज राज्य को 17 नए जिले मिलने के बाद यह संख्या बढ़कर 50 हो गई है। इससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने लोगों को बधाई देते हुए ट्वीट किया था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि ‘अक्षरशः निभाया वचन, किया नए जिलों का गठन।’