खंडवा ।   जिस बेटे को फिर से गले लगाने की उम्मीद छोड़ चुके स्वजनों के समक्ष पांच वर्ष बाद एकाएक बेटा सामने आ गया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लगभग पांच वर्ष पूर्व मांधाता विधानसभा क्षेत्र इंधावड़ी का रहने वाला राजू पुत्र लक्ष्मण पीढरै मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण घर से चला गया था। परिजनों ने काफी ढूंढने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली प्रयास जारी थे। लेकिन परिजनों ने आस छोड़ दी थी इस बीच खबर आई राजू पाकिस्तान पुलिस के कब्जे में है।

ट्रेन से पहुंचा खंडवा

राजू को वतन लाने के प्रयास शुरू हुए जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ ही क्षेत्र के विधायक नारायण पटेल सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर राजू की जानकारी बताई। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तत्काल प्रयास करते हुए विदेश मंत्रालय एवं विदेश मंत्री से संपर्क कर पाकिस्तान में पुलिस के कब्जे से राजू की रिहाई को लेकर प्रयास किए और वह प्रयास सफल भी हुए। मंगलवार को रात 1:30 महानगरी एक्सप्रेस से जिला प्रशासन द्वारा भेजी गई टीम व भाई दिलीप के साथ राजू पिंडरे अपने जिले खंडवा स्टेशन पर उतरा।

भारत माता की जय के लगे नारे

स्टेशन पर राजू के माता-पिता और गांव के ग्रामीण जनों के साथ ही समाजसेवी व सांसद प्रतिनिधि सुनील जैन, विधायक प्रतिनिधि एवं पुत्र दीपक पटेल, भाजपा के जिला महामंत्री सूरजभान सिंह, देवेंद्र सिंह वह गांव के लोगों ने राजू का माला पहनाकर एवं गले मिलकर स्वागत व अभिनंदन किया। पूरी टीम को धन्यवाद भी दिया। भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारे भी उपस्थित लोंगों ने स्टेशन पर लगा।

फिर हुआ मां बेटे का मिलन

मां बेटे का मिलन अद्भुत था, मां की आंखों में पुत्र को देखकर आंसू बह रहे थे और वह लिपट कर रोने लगी। वर्षों बाद मां को देख राजू काफी खुश हुआ उसका गला भर आया। पिता ने भी राजू को गले लगाया। रात्रि में स्टेशन पर राजू ने परिजनों को घटनाक्रम की जानकारी भी दी। रात में राजू टीम के साथ होटल में विश्राम करने पहुंचा। बुधवार सुबह राजू का जिला अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। सिटी कोतवाली थाने में प्रशासन की औपचारिक कार्रवाई पूर्ण होने के पश्चात राजू को स्वजनों को सौंप दिया गया। अपने पैतृक गांव पहुंचने पर राजू की जोरदार आगवानी की गई।