ब्याज दरों की समीक्षा के लिए होने वाली आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की तीन दिवसीय बैठक मंगलवार को शुरू हो गई है। इस बार आरबीआई की एमपीसी सामने महंगाई और वैश्विक अस्थिरता जैसे कई मुद्दे होने वाले हैं। पिछली दो एमपीसी की बैठकों में आरबीआई की ओर से रेपो ब्याज में कोई इजाफा नहीं किया गया है।

10 अगस्त को होगा फैसलों का एलान

आरबीआई की छह सदस्यों वाली एमपीसी की बैठक 8 अगस्त से 10 अगस्त तक चलेगी और आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की ओर से 10 अगस्त को इसके फैसलों का इंतजार किया जाएगा।

महंगाई बढ़ना अभी भी चिंता का विषय

जून में खुदरा महंगाई दर तीन महीने के उच्चतम स्तर 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। इसकी पीछे की वजह लगातार खाद्य वस्तुओं पर महंगाई बढ़ना है। हालांकि, महंगाई दर अभी भी दर आरबीआई की ओर से तय किए गए बैंड 4 से 6 प्रतिशत के बीच में है।

क्या आरबीआई बढ़ाएगा रेपो रेट?

हाल में अमेरिका, यूके जैसे देशों के केंद्रीय बैंकों की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन इसके बाद भी जानकार मान रहे हैं कि आरबीआई रेपो रेट को स्थिर रखेगा। अमेरिका और यूके में ब्याज दर बढ़ने के कारण केवल कटौती में देरी होगी।

दो बार से नहीं बढ़ी ब्याज दर

आरबीआई की ओर से अप्रैल और जून की मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट को 6.50 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया था। इससे पहले मई 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक की मॉनेटरी पॉलिसी महंगाई को काबू में लाने के लिए आरबीआई ने रेपो रेट को 2.50 प्रतिशत बढ़ाया था। इस कारण रेपो रेट 4.00 प्रतिशत से बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गया है।