डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में 5 पैसे की गिरावट के साथ 83.09 के स्तर पर पहुंच गया। डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट की वजह कच्चे तेल की कीमत में तेजी और अमेरिकी मुद्रा की मजबूती को माना जा रहा है।

वहीं, एफआईआई की भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली के कारण भी रुपये पर दबाव बन रहा है। मंगलवार के कारोबारी सत्र में विदेशी निवेशकों ने 1,725.11 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की थी।

फॉरेक्स ट्रेडर्स का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपये पर दबाव बना हुआ है। पिछले कुछ दिनों से विदेशी निवेशकों की ओर से बिकवाली और डॉलर के मजबूती के कारण रुपये में गिरावट बनी हुई है।

इंटरबैंक एक्सचेंज के मुताबिक, रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर के साथ 83.08 पर खुला था और इसके बाद यह 83.09 पर पहुंच गया। इस कारण रुपये में 5 पैसे की गिरावट हुई। मंगलवार के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 33 पैसे गिरकर 83.04 पर बंद हुआ था।

दुनिया की छह बड़ी करेंसी के खिलाफ डॉलर की मजबूती दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स में हल्की गिरावट देखने को मिली है और यह 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.71 पर बना हुआ है।

सऊदी अरब और रूस की ओर से कच्चे तेल के उत्पादन में कमी करने का एलान किया है। इसके कारण कच्चे तेल के दाम में तेजी देखी जा रही है। बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत बढ़कर 90.10 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है।

शेयर बाजार की बुधवार को सपाट शुरुआत हुई। हालांकि, बाजार के मुख्य सूचकांक सपाट कारोबार कर रहे हैं। खबर लिखे जाने तक, सेंसेक्स 7.98 अंक बढ़कर 65,787.99 अंक और निफ्टी 0.10 अंक बढ़कर 19,576 अंक पर था।