साइना नेहवाल इस साल होने वाले हांगझोऊ एशियाई खेल और बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हो सकती हैं। साइना ने 15 से 20 अप्रैल तक केडी जाधव इंडोर हॉल में होने जा रहे इन खेलों के ट्रायल में भाग लेने से इंकार कर दिया है। बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि ट्रायल में जो शटलर भाग नहीं लेगा। उसे इन खेलों की टीम में शामिल नहीं किया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि साइना राष्ट्रमंडल खेलों में अपने खिताब की रक्षा नहीं कर पाएंगी। बीएआई की चयन नीति के अनुसार ट्रायल से विश्व बैडमिंटन की रैंकिंग में टॉप 15 में शामिल शटलरों को छूट दी गई है, जिसके चलते विश्व नंबर सात पीवी सिंधू, नंबर नौ लक्ष्य सेन, नंबर 11 किदांबी श्रीकांत और नंबर छह सात्विक साईराज रैंकी रेड्डी-चिराग शेट्टी की जोड़ी को इन खेलों के लिए टीम में सीधे चयन मिल गया है।

बीएआई ने इस बार चयन में पारदर्शिता लाने के लिए राष्ट्रमंडल, एशियाई, थामस-उबेर कप के लिए ट्रायल कराने का फैसला लिया है, जिसमें 29 मार्च तक 16 से 50 की रैंकिंग वाले शटलरों और राष्ट्रीय रैंकिंग में पहले 16 स्थान पर शामिल शटलरों को खेलना होगा। ऐसे में साइना की विश्व रैंकिंग 23 है, जिसके चलते उनसे ट्रायल खेलने के लिए कहा गया। सूत्र बताते हैं कि सोमवार की शाम को उन्होंने बीएआई को सूचित कर दिया कि वह ट्रायल में नहीं खेलेंगी। साइना ने 2018 के गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों और 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों का एकल खिताब जीता था। उन्होंने जकार्ता एशियाई खेलों में एकल का कांस्य जीता था। राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में पांच पुरुष और पांच महिला सदस्य होंगे, जबकि एशियाई खेलों और थॉमस-उबेर कप के दल में 20 सदस्य होंगे जिसमें 10 पुरुष और 10 महिला शटलर होंगे।