खरगोन ।   मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के झिरन्या विकासखण्ड में 100 से अधिक शिक्षकों ने सोमवार शाम सहायक आयुक्त कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया। उनकी मांग थी कि सात दिन के अंदर इनका काटा गया वेतन वापस नहीं मिलता है तो उग्र प्रदर्शन करते हुए कार्यालय में ही धरना देंगे। तब तक सभी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। दरअसल, सितंबर 2022 में जिले के करीब 171 शिक्षकों का वेतन गैरहाजिर होने के नाम पर काट लिया गया था। इसके चलते जिला कलेक्टर से शिकायत के बाद शिक्षा विभाग के तत्कालीन बाबू को पद से निलंबित करते हुए प्रभारी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी से प्रभार वापस ले लिया गया था। हालांकि, इस मामले में अब तक शिक्षकों का कटा हुआ वेतन वापस नहीं मिला है। इसे लेकर सभी शिक्षक प्रदर्शन करने जिला मुख्यालय पहुंचे थे झिरनिया ब्लॉक के कई शिक्षक सोमवार शाम अपने स्कूलों और परीक्षाओं के काम निपटाकर जिला मुख्यालय स्थित सहायक आयुक्त कार्यालय उनसे मिलकर आवेदन देने पहुंचे थे। हालांकि, वे इंदौर जाने के चलते शिक्षकों से नहीं मिल पाए। शिक्षकों ने यहां प्रदर्शन भी किया। उनकी मांग थी कि उनका वर्ष 2022 में काटा गया वेतन सात दिन के भीतर उनके खातों में जमा करवाया जाए। अन्यथा वे अब उग्र आंदोलन करने को विवश हो जाएंगे। साथ ही जब तक उनका काटा गया वेतन नहीं मिलता है, तब तक वे काली पट्टी बांधकर काम करेंगे।

बहुत कर लिया निवेदन, अब देंगे धरना

इस मामले में शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रभुराम मालवीय ने बताया कि सार्थक उपस्थिति के नाम पर सितंबर 2022 में झिरन्या ब्लॉक के तात्कालिक सहायक आयुक्त रोड अंबा और बाबू वास्कले जी की हठधर्मिता और लापरवाही के कारण लगभग 171 शिक्षकों का वेतन काट लिया गया था। हमारे सारे साथी स्कूल गए थे। हमारी बहनें एक दिन के शासकीय अवकाश हरतालिका तीज पर थीं। हमारे कुछ साथी विधिवत मेडिकल अवकाश स्वीकृत करा कर गए थे। कुछ साथी शासन के ऑर्डर के साथ खंडवा बीएड कॉलेज गए थे। अब बहुत निवेदन कर लिया, आने वाले दिनों में हम यहां पर धरना देंगे।