भोपाल ।    भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के सात स्थानों से सी प्लेन चलाया जाएगा। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से सी प्लेन चलाने के लिए स्थानों का चयन कर प्रस्ताव भेजने को कहा है। राज्य सरकार ने केंद्र को प्रदेश के सात स्थानों का चयन कर प्रस्ताव भेज दिया है। प्रस्ताव पर सहमति बनती है तो केंद्र सरकार की मदद से निजी विमानन कंपनी द्वारा सी प्लेन से हवाई सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। सी प्लेन के शुरू होने से मध्य प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री मोदी सी प्लेन से आए थे अहमदाबाद

वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में सी प्लेन चलाने की शुरुआत की थी। मोदी चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए सी प्लेन से अहमदाबाद आए थे। अब प्रधानमंत्री की पहल पर मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी सी प्लेन चलाने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। भूमि और पानी दोनों में आसानी से उड़ान भर सकता है सी प्लेन - सी प्लेन को उड़ान भरने एवं नीचे उतरने के लिए हवाई अड्डा या हवाई पट्टी की आवश्यकता नहीं होती। सी प्लेन भूमि और पानी दोनों में उड़ान भर सकता है और दोनों जगह लैंड भी कराया जा सकता है। इस प्लेन को उड़ान भरनें के लिए बहुत लंबे रनवे की जरूरत नहीं होती है। यह प्लेन सिर्फ 300 मीटर लंबे रनवे से ही उड़ान भर सकता है। इसके लिए सिर्फ फ्लोटिंग जेट्टी की जरूरत होती है।

रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चलाया जाएगा सी प्लेन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छोटे नगरों को बड़े शहरों से जोड़ने और आम नागरिक को भी हवाई सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उड़ान योजना शुरू की गई थी। इसी के अंतर्गत रीजनल कनेक्टिविटी स्क्रीम संचालित है। इस स्कीम के अंतर्गत हवाई यात्रा के दौरान जो सीटें रिक्त रह जाती हैं, उनके नुकसान की भरपाई के लिए रिक्त सीटों पर सब्सिडी दी जाती है। इससे कम वितीय जोखिम में भी विमानन कंपनी हवाई सेवा उपलब्ध कराती है। वर्तमान में ग्वालियर में इस स्कीम के तहत हवाई सेवा उपलब्ध कराई जा रही है।

इन सात स्थानों से चलाया जाएगा सी प्लेन

- कोलार बांध भोपाल से इंदौर और हनुवंतिया

- यशवंत सागर बांध इंदौर से हनुवंतिया

- तवा बांध होशंगाबाद से इंदौर

- इंदिरा सागर बांध हनुवंतियां खंडवा से भोपाल

- तिगरा बांध ग्वालियर से भोपाल

- बरगी बांध जबलपुर से भोपाल और इंदौर

- गांधी सागर बांध मंदसौर से इंदौर