भारत की युवा टेनिस खिलाड़ी करमन कौर थांडी ने कॅरिअर का अपना दूसरा डब्ल्यू 60 आईटीएफ खिताब जीत लिया। उन्होंने अमेरिका में इवांसविले टूर्नामेंट के फाइनल में यूक्रेन की यूलिया स्ट्रोडूबत्सेवा को 7-5, 4-6, 6-1 से हराया। इस जीत के साथ करमन दिग्गज सानिया मिर्जा के बाद अमेरिका में प्रो खिताब जीतने वालीं दूसरी भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी हो गई हैं।

करमन कौर ने इससे पहले अपना पहला डब्ल्यू 60 आईटीएफ खिताब पिछले साल कनाडा के सेगुने में जीता था। कुल मिलाकर उनका यह चौथा खिताब है। इवांसविले में उन्होंने करमन ने पहले दौर में मेक्सिको की मारिया फर्नांडा नवारो को, दूसरे दौर में स्थानीय मेरीबेला जामिरप्पा को पराजित किया। क्वार्टर फाइनल में अमेरिका की की वाइल्ड कार्ड से प्रवेश करने वालीं एलि क्लिक को 6-3, 6-3 से हराया। सेमीफाइनल में करमन ने अमेरिका की मेकार्टनी केसलर को 6-4, 7-5 से पराजित कर दिया था।

रैंकिंग में भारत की दूसरे नंबर की खिलाड़ी

भारतीय टेनिस खिलाड़ी करमन कौर डब्ल्यूटीए एकल रैंकिंग में 210वें स्थान पर हैं। भारत की वह दूसरी श्रेष्ठ रैंकिंग की खिलाड़ी हैं। अंकिता रैना 200वें पायदान पर हैं। इससे पहले करमन दो स्पर्धाओं में उपविजेता रहीं थी। उन्होंने डब्ल्यू 60 सासकाटून चैलेंजर कनाडा के युगल और डब्ल्यू 60 समटर पेलेमेटो प्रो ओपन अमेरिका में एकल के फाइनल में प्रवेश किया था।

आईटीएफ महिला वर्ल्ड टूर में पांच इनामी राशि के टूर्नामेंट होते हैं। डब्ल्यू 60 स्पर्धा इनामी राशि के मामले में मध्यम दर्जे का टूर्नामेंट होता है। पांच श्रेणियों में डब्ल्यू 15 (15 हजार डॉलर) , डब्ल्यू 25 (25 हजार डॉलर) , डब्ल्यू 60 (60 हजार डॉलर) , डब्ल्यू 80 (80 हजार डॉलर) और डब्ल्यू 100(एक लाख डॉलर) होते हैं।