सीमा और सचिन की लव स्टोरी पिछले एक महीने से चर्चा में है. अब भारत से अंजू नाम की महिला पाकिस्तान पहुंच गई है. हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों की कहानियों में काफी समानताएं हैं.

जैसे दोनों मामलों में प्यार का जरिया सोशल मीडिया बना है. दोनों ने ही प्यार को हासिल करने के लिए सरहदों को पार किया है. दोनों महिलाओं के पतियों को उनके 'फरार' होने का पता तब चला, जब वह दूसरे देश पहुंच चुकी थीं.

एक तरफ पाकिस्तान से आई सीमा, सचिन के प्यार में पड़कर चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते नोएडा पहुंच गई तो वहीं दूसरी तरफ 35 साल की अंजू राजस्थान के भिवाड़ी से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा पहुंच गई. अंजू वहां अपने 29 साल के प्रेमी नसरुल्लाह से मिलने गई है, जिससे उसकी पहचान फेसबुक के जरिए हुई थी.

नसरुल्लाह के प्यार में पड़कर पहुंची पाकिस्तान
सीमा-सचिन और अंजू-नसरुल्लाह की कहानी में बहुत कुछ कॉमन है. जिस तरह सीमा हैदर अपने पति को बिना बताए भारत आ गई. ठीक उसी तरह अंजू ने अपने पति से जयपुर जाने का झूठ बोला और वाघा बॉर्डर क्रॉस करके पाकिस्तान पहुंच गई. जैसे सीमा को अपने प्रेमी सचिन का प्यार भारत खींच लाया ठीक उसी तरह अंजू नसरुल्लाह के प्यार में पड़कर पड़ोसी मुल्क चली गई.

 
सीमा नहीं जाना चाहती PAK, लेकिन अंजू...
दोनों केस में तीसरी समानता यह है कि दोनों ही शादीशुदा हैं और दोनों के बच्चे हैं. सीमा और अंजू दोनों के ही पति चाहते हैं कि वह अपने घर वापस लौट आएं. इसके अलावा दोनों के केस में चौथी कॉमन बात यह है कि सीमा और अंजू दोनों ही अपने प्रेमी सचिन और नसरुल्लाह से उम्र में बड़ी हैं. सीमा की उम्र 30 तो सचिन की 22 है. वहीं, अंजू की उम्र 35 तो नसरुल्लाह की 29 है.

सीमा अपने बच्चों को लेकर आई है तो वहीं अंजू बच्चों के बिना ही पाकिस्तान पहुंची है. हालांकि, सीमा स्पष्ट कर चुकी है कि वह वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहती, लेकिन फिलहाल अंजू की तरफ से ऐसा कोई बयान सामने नहीं आया है, जिसमें उसने भारत लौटने या ना लौटने की बात कही हो.

जयपुर जाने के लिए निकली थी घर से
अंजू के पाकिस्तान जाने की कहानी भी कम रोचक नहीं है. अंजू के पति अरविंद ने आजतक को बताया, 'उसने मुझसे कहा कि वह दोनों बच्चों को घर पर ही छोड़कर कुछ दिनों के लिए जयपुर जा रही है. फिर अचानक रविवार (23 जुलाई) की शाम 4 बजे उसने अपनी बहन को फोन पर बताया कि वह पाकिस्तान के लाहौर में है. अंजू ने कहा कि वह दो से तीन दिन में वापस आ जाएगी. इस दिन ही मुझे मीडिया के जरिए भी पता चला कि अंजू सीमा पार कर पाकिस्तान चली गई है. सोशल मीडिया के जरिए अंजू के किसी से संपर्क में होने की बात मुझे अब तक नहीं पता थी.'

दो बच्चे, पेशे से है डाटा एंट्री ऑपरेटर
अंजू ने ईसाई धर्म अपनाकर अरविंद से शादी की थी. दोनों के दो बच्चे हैं. अरविंद भिवाड़ी में प्राइवेट नौकरी करते हैं तो वहीं अंजू भी डाटा एंट्री ऑपरेटर है. भिवाड़ी में अरविंद 15 साल के बेटे, 6 साल की बेटी, अंजू और अंजू के भाई के साथ एक किराए के फ्लैट में रहते हैं. अरविंद के मुताबिक अंजू ने 2020 में पासपोर्ट बनवाया था. अंजू कहती थी कि वह विदेश में नौकरी के लिए आवेदन करना चाहती है.

उत्तर प्रदेश के जालौन की रहने वाली है अंजू
दरअसल, अंजू का जन्म उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के जालौन जिले के माधवगढ़ विकासखंड के कैलोर गांव में हुआ था. हालांकि, जन्म के अलावा उसका इस गांव से कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस अधीक्षक इराज राजा ने एजेंसी को बताया कि पासपोर्ट जारी करते समय आवेदक को बताना होता है कि उसका जन्म स्थान कौन सा है. हालांकि, अंजू का पासपोर्ट दिल्ली में बना है.

 
सुरक्षा के लिए PAK में पुलिसकर्मी तैनात
पाकिस्तान के मीडिया आउटलेट ARY न्यूज के मुताबिक अंजू का फ्रेसबुक फ्रेंड (प्रेमी) नसरुल्लाह मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव (MR) है. कुछ महीनों पहले ही दोनों की फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई है. जिस तरह भारत में सीमा हैदर को लेकर बवाल मचा हुआ है और सीमा-सचिन से पूछताछ की जा रही है. ठीक उसी तरह पाकिस्तान में भी अंजू से पूछताछ हो चुकी है. हालांकि, अंजू वीजा लेकर पाकिस्तान पहुंची है. इसलिए शुरुआती पूछताछ के बाद उसे पाकिस्तान की पुलिस ने छोड़ दिया है. एजेंसी के मुताबिक वह फिलहाल नसरुल्लाह के घर पर ही ठहरी हुई है. लेकिन सुरक्षा के लिहाज से उसके आसपास पुलिस को तैनात किया गया है.

सीमा और सचिन की कहानी
साल 2020 में पाकिस्तान के कराची निवासी और चार बच्चों की मां सीमा हैदर की दोस्ती PUBG गेम के जरिए ग्रेटर नोएडा यानी उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में रहने वाले सचिन मीणा से हो गई. फिर दोनों के बीच अफेयर शुरू हुआ और 10 मार्च को वे पड़ोसी देश नेपाल में मिले. सीमा ने दावा किया कि उस दौरान दोनों ने मंदिर में शादी भी की. लेकिन तब वे वापस अपने-अपने देश लौट गए. लेकिन सीमा अपने सचिन के साथ ही रहना चाहती थी.

उधर, सचिन भी सीमा के साथ रहना चाहता था. उसने सीमा से कहा कि वो उसे उसके चारों बच्चों के साथ अपनाने के लिए तैयार है. फिर सीमा ने भारत आने का निर्णय लिया. वो मई महीने की 10 तारीख को अपने चारों बच्चों के साथ पाकिस्तान के कराची शहर से शारजाह पहुंची. फिर यहां से फ्लाइट के जरिए काठमांडू पहुंची. काठमांडू से पोखरा एक प्राइवेट गाड़ी से पहुंची.

इसके बाद पोखरा से दिल्ली के लिए उसने बस ली. रास्ते में ही नोएडा में सचिन उसका इंतजार कर रहा था. 28 घंटे बाद 13 मई को सीमा नोएडा पहुंची. फिर सचिन उसे रबूपुरा इलाके में ले गया. यहां दोनों ने किराए का एक घर लिया और आराम से रहने लगे. लेकिन इसकी भनक पुलिस को लग गई और 4 जुलाई के दिन सचिन और सीमा को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, दोनों कोर्ट से जमानत पर अभी रिहा हैं. उधर, यूपी एटीएस ने भी हाल ही में सीमा और सचिन से पूछताछ की है.