भगवान शनिदेव को ज्योतिष में न्याय का देवता माना गया है और इसके अलावा शनिदेव के बारे में मान्यता है कि यह व्यक्ति को उनके कर्मों के आधार पर शुभ-अशुभ फल प्रदान करते हैं। शनिदेव की शुभ द्दष्टि जिस किसी पर पड़ जाती है वह व्यक्ति को मालामाल कर देते हैं, वहीं शनिदेव की अशुभ छाया पड़ने से व्यक्ति राजा से रंक भी बन जाता है। शास्त्रों में शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं जिसको करने से व्यक्ति के ऊपर शनि का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है। शास्त्रों में शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं।

बाथरूम में गंदगी का होना
अक्सर हम घर के हर हिस्से की साफ-सफाई का विशेष ध्यान देते हैं लेकिन बाथरूम की सफाई का उतना महत्व नहीं देते जितना रखना चाहिए। जिन घरों में बाथरूम में गंदगी पड़ी रहती है वहां पर शनिदेव नाराज रहते हैं। ऐसे में शनिदेव की अशुभ छाया पड़ने से बचने के लिए हमेशा बाथरूम को साफ रखना चाहिए।

किचन में जूठे बर्तन
रात में खाना खाने के बाद अक्सर कई लोगों की आदत होती है कि जूठे बर्तन का ढ़ेर लगाकर रख देते हैं। ज्योतिष शास्त्र में किचन में जूठे बर्तन रखने से घर पर नकारात्मक ऊर्जाओं का वास होता है। साथ ही शनिदेव की अशुभ छाया भी अक्सर बनी रहती है। इसलिए किचन में कभी भी जूठे बर्तन नहीं रखना चाहिए।

पैरों को हिलाना
कई लोगों की आदत होती है वे जब भी बैठते हैं तो पैर हिलाने लगते हैं। ज्योतिष में पैरों को लगातार हिलाने को अशुभ माना जाता है। इस बुरी आदत से भी शनिदेव नाराज हो जाते हैं।

पैर जमीन पर घसीटते हुए चलना
कुछ लोगों की यह आदत होती है कि वे जब भी चलते हैं तो लगातार अपने पैरों को जमीन पर घसीटते हुए चलते हैं। इस आदत को बुरा माना जाता है। इससे शनिदेव की अशुभ छाया पड़ती है जिससे व्यक्ति को कार्यो में लगातार असफलताएं मिलती है और आर्थिक तंगी का शिकार होना पड़ता है।