नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार पर मंथन जारी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोईली ने कहा कि सोनिया गांधी को पार्टी का फुल कंट्रोल अपने हाथ में ले लेना चाहिए। वीरप्पा मोईली ने कहा कि सोनिया गांधी के पास फ्री हेंड होना चाहिए ताकि वो अच्छा प्रदर्शन ना कर पाने वाले नेताओं को बदल सकें और पार्टी को ट्वीट कल्चर और सोशल मीडिया प्रोपेगेंडा से निकाल सकें। मोईली ने ये भी कहा कि कांग्रेस पार्टी अवसरवादी लोगों से घिर गई है वहीं पार्टी के भरोसेमंद लोग छिटक गए हैं साइडलाइन कर दिए गए हैं। वीरप्पा मोईली ने कहा कि पांच राज्यों में मिली हार पर पार्टी को जरूर मंथन करना चाहिए लेकिन किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। मोईली ने कहा कि किसी भी कांग्रेसी नेता या कार्यकर्ता को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को एकजुट होने की जरूरत है क्योंकि आज देश को उनकी जरूरत है। गौरतलब है कि वीरप्पा मोईली उन 23 नेताओं में से एक हैं जिन्होंने पार्टी में संगठनात्मक बदलाव के लिए सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। हालांकि बाद में उन्होंने जी-23 से खुद को अलग करते हुए कहा था कि उनकी मंशा कभी भी पार्टी के टॉप लीडरशिप पर सवाल उठाने की नहीं थी। वीरप्पा मोईली ने ये भी कहा कि पांच राज्यों में मिली हार के बाद जिस तरह पार्टी के कुछ नेता मीडिया में कांग्रेस पार्टी के पतन को लेकर बात कर रहे हैं उसे देखकर उन्हें चिंता हो रही है। गौरतलब है कि पिछले दिनों विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस ने हार पर आत्मचिंतन करने के लिए सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई थी। पहले खबर आई कि सोनिया गांधी ने बैठक में कहा है कि वो, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से इस्तीफा देने को तैयार हैं लेकिन बाद में ये खबर गलत साबित हुई।