जयपुर । अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में ईद के मौके पर सुबह शाहजनी मस्जिद और संदली मस्जिद में लोगों ने नमाज अदा की. नमाज से एक घंटे पहले ही लोग मस्जिद पहुंच गए और शफ(नमाज के लिए कतार) बनाने लगे. नमाज अदा करने के बाद लोगों ने सलाम पढ़ा और देश में अमन चैन और खुशहाली की दुआ की. एक दूसरे से गले लगा कर ईद की मुबारकबाद दी. इसके बाद लोगों ने दरगाह में ईद के अवसर पर खुले जन्नती दरवाजे से होकर जियारत की. बता दे कि जन्नती दरवाजा वर्ष में चार बार ही खुलता है। दरगाह में खादिम सैयद कुतुबुद्दीन सखी ने बताया कि ईद के पर्व के मद्देनजर दरगाह में जन्नती दरवाजा खोला गया यह दोपहर तक खुला रहेगा. दूर-दूर से जायरीन दरगाह आकर जन्नती दरवाजे से होकर जियारत कर रहे हैं. सकी ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार 6 दिन बाद जन्नती दरवाजा फिर से खोला जाएगा. इस दिन जायरीन की भीड़ अधिक रहेगी. देशभर से जायरीन दरगाह आएंगे. यहां मन्नतें पूरी होने के लिए लोग धागे बनते हैं और मन्नत पूरी होने पर धागे खोले जाते हैंं। इसी तरह शहर की अन्य मस्जिदों में भी नमाज अदा की गई. शहर में प्रमुख नमाज कैसरगंज स्थित ईदगाह में हुई. मुस्लिम समुदाय में हर आयु वर्ग से हजारों लोग नमाज के लिए सुबह से ही ईदगाह पहुंच गए ईदगाह से नमाज की कतार केसरगंज गोल चक्कर तक आ गई. लोगों में ईद को लेकर जबरदस्त उत्साह रहा. शहर काजी तौसीफ अहमद ने ईदगाह में हजारों लोगों को नमाज अदा करवाई नमाज के बाद मौजूद सभी लोगों ने दोनों हाथ उठाकर अपने और परिवार जन की बेहतरी के लिए खुदा से दुआएं मांगी. लोगों ने गले लगा कर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी. विभिन्न धर्म समाज के लोग भी मुस्लिम समुदाय के लोगों को ईद की मुबारकबाद देने ईदगाह पहुंचे।