तेल अवीव । दक्षिण इजराइल की रेमन जेल में कैद एक फिलिस्तीनी कैदी को दूसरे कैदी के ‘स्पर्म’ की तस्करी करते हुए पकड़ा गया है। ‘स्पर्म’ से भरी एक शीशी रेमन जेल के बाहर सुधार सुविधा केंद्र में रह रहे एक कैदी के पास मिली। वहीं, जिस कैदी का ये स्पर्म था, उसकी पहचान हो चुकी है। उस कैदी को एकांतवास में भेज दिया गया है। 
मालूम हो कि फिलिस्तीन में तस्करी के स्पर्म से कैदियों के बच्चे पैदा होना, काफी संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है। कहा जा रहा है इजराइल की जेलों में कैद फिलिस्तीनी के ‘तस्करी’ के स्पर्म से अब तक 100 से अधिक बच्चे पैदा हुए है। कैदियों की पत्नियां इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के जरिए खुद को गर्भवती कर रही हैं। इस तरह से एक बच्चे को सफलतापूर्वक गर्भधारण करने में कम से कम 10,000 का खर्च आता है, जो आमतौर पर काफी अधिक होता है। यदि कैदी लंबी अवधि की सजा काट रहा है, तब फिलीस्तीनी क्लीनिक निःशुल्क आईवीएफ सेवाएं प्रदान करते हैं। फतवे, या फिलिस्तीनी मौलानाओं द्वारा जारी किए गए मुस्लिम धार्मिक आदेश पर ये चलन शुरू हुआ है। वहीं, इजराइली प्रशासन इस प्रक्रिया से जन्मे बच्चों को नाजायज बतलाता है। उनका कहना है मेडिकली ये संभव नहीं हैं। क्योंकि तस्करी के स्पर्म जेल से क्लीनिक तक ले जाते जाते जिंदा नहीं बचते, तब आईवीएफ से बच्चों का जन्म संभव नहीं है। इन बच्चों का पिता आमतौर कोई दूसरा शख्स होता है।