दमोह जिले के जबेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्टाफ नर्स सीमा को 15 दिन पहले ही नौकरी मिली और 16वें दिन उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। स्वास्थ केंद्र के समीप ही वह किराए के मकान में रहती थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।बता दें, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जबेरा में 15 दिन पहले ही पदस्थ हुई बालाघाट निवासी सीमा बघेल अपने माता-पिता के साथ रहती थी। माता-पिता सोमवार सुबह बालाघाट के लिए निकले थे और इधर, अकेली बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घर पहुंचकर बेटी को  फोन लगाया, लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया तो परिजनों ने मकान मालिक को फोन कर बेटी की जानकारी ली।

तब मकान मालिक ने जाकर देखा तो दरवाजे बंद थे और मोबाइल नंबर पर कॉल करने पर मोबाइल की घंटी बज रही थी। लेकिन कमरे में कोई हलचल सुनाई नहीं दी।मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने खिड़की से झांककर देखा तो स्टाफ नर्स का शव पंखे से लटका दिखाई दिया। पुलिस ने स्टाफ नर्स के परिजनों को सूचना दी। शाम को परिजनों के आते ही पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को फांसी के फंदे उतरवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।मृतका नर्स सीमा के पिता ने बताया कि बेटी 15 दिन पहले ही स्टाफ नर्स के पद पर जबेरा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ हुई थी। कुछ दिनों तक उसके साथ इसी किराए के मकान में रह रहे थे। बेटी को कोई परेशानी नहीं थी, कुछ दिनों से बीमार चल रही थी। पुलिस के द्वारा मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है।