भोपाल । आम चुनावों से पहले सरकार किसी भी कीमत पर खाद्य वस्तुओं की महंगाई को नियंत्रण में रखना चाहती है। केंद्रीय खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्रालय ने अब शकर के स्टाक की घोषणा का नियम लागू कर दिया है। अधिसूचना जारी कर आवश्यक वस्तु अधिनियम और शुगर कंट्रोल एक्ट के तहत आदेश जारी किया गया है। सभी शकर कारोबारी, जिसमें होलसेलर, रिसेलर, स्टाकिस्ट के साथ बड़े रिटेल चेन व प्रोसेसर्स को भी इसके दायरे में लाया गया है।
केंद्र ने निर्देश दिया है कि सभी कारोबारियों को अब प्रति सोमवार अपने शकर के स्टाक की जानकारी सरकार के पोर्टल पर डालना होगी। हर सोमवार को आनलाइन पोर्टल पर शकर स्टाक को अपडेट करना अनिवार्य होगा। उल्लेखनीय है कि इस साल मौसमी प्रभाव एलनीनो के कारण गन्ना उत्पादक राज्यों में बरसात कम हुई है। ऐसे में गन्ने की फसल कमजोर आंकी जा रही है। इससे शकर का उत्पादन भी घटने की आशंका जताई जा रही है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक यानी महंगाई दर में शकर की कीमतों की हिस्सेदारी भी रहती है। ऐसे में सरकार ने दाल-गेहूं के बाद अब शकर पर भी ध्यान लगा दिया है।
दूसरी तरफ शकर के बढ़ते दामों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने अभी से ही अक्टूबर का 13 लाख टन का आंशिक रूप से कोटा जारी किया है। यह कोटा आज से ही 31 अक्टूबर तक सेल किया जा सकता है जो मिल चाहे इस कोटे में से शकर सेल कर सकती है। हालांकि, अक्टूबर में सरकार और शकर कोटा भी जारी करेगी। इसके बावजूद इंदौर मार्केट में शकर के दाम मजबूत बोले गए। गुरुवार को शकर नीचे में 3970 ऊपर में 4000 रुपये प्रति क्विटंल तक बोली गई। शकर की आवक पांच गाड़ी की बताई गई। नारियल में इस बार गणेश चतुर्थी पर जैसी ग्राहकी होना चाहिए वैसी नहीं देखी गई। फिलहाल बाजार में लोकल ग्राहकी छुटपुट बनी हुई है, जिससे नारियल के दामों में स्थिरता रही। नारियल की आवक दो गाड़ी की बताई गई।