सवाई माधोपुर । राजस्थान में फिर से शिक्षा के मंदिर में शिक्षक की गलत हरकत से बवाल मच गया है। प्रदेश के सवाई माधोपुर जिले के खिजुरी गांव के शासकीय स्कूल में एक टीचर पर दो नाबालिग छात्राओं से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षक की जमकर पिटाई कर बाद में शिक्षक के बाल भी काट दिए। ग्रामीणों ने स्कूल पर ताला लगा कोटा-लालसोट मेगा हाइवे पर जाम लगा दिया। आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है।
डूंगर थाना इलाके में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खिजुरी में बीते शनिवार को स्कूल में कार्यरत टीचर इकबाल हुसैन ने दो नाबालिग छात्राओं को सफाई के बहाने कम्प्यूटर कक्ष में बुलाकर छात्रों से छेड़छाड़ की। छात्राओं ने घर पहुंचकर परिजनों को टीचर की करतूत की पूरी जानकारी दी। दूसरे दिन रविवार की स्कूल में छुट्टी थी। सोमवार को जैसे ही स्कूल खुला, तब पीड़ित बालिकाओं के परिजन और बड़ी संख्या में स्कूल पहुंच गए।
ग्रामीणों ने टीचर की करतूत को लेकर जमकर हंगामा किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षक इकबाल हुसैन की जमकर पिटाई कर उसके बाल काट दिए। इसके बाद में स्कूल के ताला लगाकर लालसोट कोटा मेगा हाइवे पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि आरोपी टीचर को सस्पेंड किया जाये और स्कूल का स्टाफ बदला जाए। आरोपी टीचर पर पूर्व में भी छात्राओं से छेड़छाड़ करने के आरोप हैं। आरोपी टीचर स्कूल में अक्सर किसी ना किसी बहाने छात्राओं को गलत तरीके से छूने का प्रयास करता था।
हंगामे की सूचना पर जिला शिक्षा अधिकारी नाथूलाल खटीक, एडीसीपी दिनेश गुप्ता, एसडीएम कपिल शर्मा और पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण अनिल डोरिया सहित रवाजना डूंगर थानाधिकारी पूरन सिंह पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी लेकर ग्रामीणों से बातचीत की। अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग पर आरोपी शिक्षक को निलंबित करने के लिए शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक को लिखित में अनुशंषा की। उसके बाद टीचर इकबाल हुसैन को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
वहीं पुलिस ने आरोपी टीचर इकबाल हुसैन को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पीड़ित छात्राओं के परिजनों टीचर के खिलाफ रवाजना डूंगर थाने में मामला दर्ज करवाया है। स्कूल के प्रिंसिपल ने भी आरोपी टीचर के खिलाफ कार्रवाई को लेकर शिक्षा विभाग को लिखित में शिकायत भेजी है। आरोपी टीचर को पुलिस द्वारा थाने ले जाने के बाद ही ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने प्रदर्शन खत्म कर जाम खोला।