प्रयागराज: बकरीद 29 जून को है। इसको लेकर लोग बकरों की खरीदारी कर रहे हैं। अब तक सबसे कीमती बकरा स्टैनली रोड के रहने वाले जसीम अहमद उर्फ मन्नू बेली ने खरीदा है।

इंदौर के शाजापुर क्षेत्र के गुलाना से वह 4.50 लाख रुपये में बकरा खरीदकर ले आए हैं। इसका नाम ‘तहलका’ है। जसीम अहमद उर्फ मन्नू फर्नीचर के व्यवसायी हैं। बकरीद पर गुलाना के रहने वाले अफसर शाहा से बकरा खरीदने के लिए बात की।

अफसर शाहा बकरे के बड़े व्यापारी हैं। अफसर ने वाट्सएप पर बकरे की फोटो भेजकर उसका दाम पांच लाख रुपये बताया, लेकिन जसीम के कहने पर 50 हजार रुपये कम कर दिया। चार दिन पहले जसीम दो अन्य लोगों के साथ इनोवा से उसे लेकर आए।

200 किलो से अधिक है वजन

50 इंच से अधिक की ऊंचाई वाले 'तहलका' का वजन 200 किलो से अधिक है। उसे हरा और सूखा चारा खिलाया जा रहा है। 400 से 600 ग्राम दाना एक समय में दिया जा रहा है। भीगे चने, अंकुरित गेहूं, जड़वाली फसलें, अरहर की पत्ती आदि उसे खिलाया जा रहा है।

जसीम अहमद ने बताया कि 'तहलका' को इंदौर से यहां लाने में करीब 25 हजार रुपये खर्च हुआ है। घर के अधिकांश सदस्यों के साथ ही आसपास के लोगों ने 'तहलका' के साथ फोटो खिंचाई है।

5 से 20 हजार की कीमत के बकरें

बकरामंडी में कई नस्ल के बकरे हटिया, नूरुल्ला रोड, करेली आदि जगहों पर बकरामंडी में कई नस्ल के बकरे लाए गए हैं। इनकी कीमत तीन दिन पहले पांच से 20 हजार थी, वह बढ़कर आठ से 30 हजार तक पहुंच गई है।

हटिया बकरामंडी में अलवरी, तोतापरी, बर्रा, बरबरी नस्ल समेत देसी बकरे बेचे जा रहे हैं। इसके अलावा भेड़ भी बाजार में उपलब्ध हैं। लोग अपनी बजट के मुताबिक छोटे-बड़े हर साइज के बकरे खरीद रहे हैं। बकरामंडी के कारोबारी मुन्ना पहलवान ने बताया कि एक बकरा 45 हजार रुपये का था, जो मंगलवार सुबह बिका। जबकि अन्य बकरे इससे कम दाम के हैं। दो दिन से बाजार तेज हुई है।