गाजियाबाद। बीएएमएस छात्रा लक्ष्मी गुप्ता की मौत की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है। अब तक जहां पुलिस इसे आत्महत्या समझ रही थी। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत की पुष्टि होने पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है।

पुलिस को छानबीन के दौरान लक्ष्मी के कमरे से एक नोट मिला था, जिसमें उसने अपनी पीड़ा लिखी थी। किसी युवक का भी जिक्र था, लेकिन नाम नहीं लिखा था। लक्ष्मी के स्वजन ने इस नोट को फर्जी करार दिया।

षडयंत्र का आरोप

उनका आरोप है कि यह आरोपितों का षड्यंत्र है। गुमराह करने के लिए ऐसा किया गया है। इसलिए अब पुलिस नोट को फॉरेंसिक लैब भेजकर फोरेंसिक एक्सपर्ट्स से इसकी जांच कराएगी। पुलिस ने लक्ष्मी के रजिस्टर व नोट्स कब्जे में लिए हैं।

पुलिस की शुरूआती जांच में मौके पर बरामद नोट व रजिस्टर में लिखावट एक जैसी प्रतीत ही रही है। लेकिन फारेंसिक एक्सपर्ट जांच कर सही स्थिति बता सकेंगे। इसके लिए मोदीनगर पुलिस की तरफ से निवाड़ी फारेंसिक लैब से पत्राचार किया जा रहा है। इतना ही नहीं, स्वजन को जिन युवकों पर वारदात को अंजाम देने का शक है।

पुलिस उनकी लिखावट से भी नोट की लिखावट का मिलान कराएगी। इससे घटना के पर्दाफाश में पुलिस को काफी मदद मिलेगी। लक्ष्मी के कमरे से बरामद नोट डेढ़ पेज का है। नीले जेल पेन से इसे लिखा गया है। खास बात है कि इसमें शुरू से लेकर अंत तक कहीं भी लक्ष्मी का नाम नहीं है।

खंगाली पचास से अधिक CCTV फुटेज, नतीजा शून्य

बृहस्पतिवार दोपहर लक्ष्मी का शव मिला था। देर शाम शव पोस्टमार्टम को भेजने के बाद से ही पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है। लक्ष्मी की कालोनी, आसपास के क्षेत्र समेत निवाड़ी रोड से पुलिस की पांच टीम 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी है। काल डिटेल का भी मिलान किया जा रहा है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लक्ष्मी बुधवार शाम सात बजे घर से निकली थी। भोजन व टहलने के बाद वह रात को साढ़े नौ बजे वापस कमरे में चली गई। यह सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है। इसके बाद वहां कोई आता जाता नहीं दिखा। इसके बाद अगले दिन बृहस्पतिवार दोपहर सहपाठी ही खाना ले जाते दिख रहे हैं।

तीन सहपाठी पुलिस के रडार पर

लक्ष्मी के तीन सहपाठी पुलिस के रडार पर हैं। इनमे दो युवक व एक युवती हैं। उन्होंने ही शव को फंदे से उतारकर जमीन पर रखा। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। ऐसे में पुलिस को इनकी भूमिका पर संदेह है। इतना ही नहीं, पुलिस का कहना है लक्ष्मी को फंदे से उतारकर ये लोग अस्पताल भी लेकर नहीं गए।

ऐसे में कहीं ना कहीं इनकी भूमिका संदिग्ध मिल रही है। बताया जा रहा है कि इन युवकों में एक गैर समुदाय से है। इसको लेकर हिंदू संगठन से जुड़े लोग भी थाने पहुंचकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उधर, चर्चा है कि कन्नौज के दोस्त को लेकर भी कुछ दिन पहले एक युवक से यहां लक्ष्मी का विवाद हुआ था।

यह है पूरा मामला

कन्नौज जिले के धर्मेंद्र की बेटी लक्ष्मी मोदीनगर के निवाड़ी रोड स्थित एक कॉलेज से बीएएमएस की पढ़ाई कर रही थी। उन्होंने निवाड़ी रोड पर ही सूर्या एंकलेव कालोनी में किराये पर कमरा ले रखा था। बृहस्पतिवार दोपहर उनका शव कमरे में ही दरवाजे की चौखट से लटका मिला था। धर्मेंद्र की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।

पुलिस तमाम बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। मौके से मिले नोट को जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजा जाएगा। जल्द से जल्द घटना के पर्दाफाश करने की कोशिश है। -रितेश त्रिपाठी, एसीपी मोदीनगर।