हारी सीटों पर जगाएगी राष्ट्रवाद की अलख
भोपाल । मध्य प्रदेश की सत्ता में फिर वापसी करने के लिए भारतीय जनता पार्टी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। भाजपा मिशन 2023 को फतह करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पार्टी अब अपनी विचारधारा से जुड़े सामाजिक संगठनों को भी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है।
दरअसल, 2018 के चुनाव में हारी हुईं सीटों के लिए भाजपा ने खास प्लान तैयार किया है। हारी सीटों पर भाजपा राष्ट्रवाद की अलख जगाएगी। इन विधानसभा में कवि सम्मेलन होंगे। जिसमें देशभर से कवि और साहित्यकारों को बुलाया जाएगा। हालांकि पार्टी सीधे तौर पर इन कार्यक्रमों को लेकर आगे नहीं आएगी। अपनी विचारधारा से जुड़े सामाजिक संगठन या एनजीओ के माध्यम से कार्यक्रम कराएगी। पर्दे के पीछे भाजपा पूरा आयोजन संभालेगी।
भाजपा ने प्रभारियों से पार्टी की विचारधारा से जुड़ी एनजीओ और सामाजिक संस्थाओं के डिटेल बुलाए हैं। गौरतलब है कि कई कवि भाजपा से भी जुड़े हुए हैं। इंदौर से सत्यनारायण सत्तन, उप्र की कवियत्री अनामिका भी कवि सम्मेलन में शामिल होंगी। इसको लेकर भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि हमेशा भाजपा राष्ट्रवाद से जुड़ी रही है। सामाजिक संस्थाएं इस तरह के काम कर रही हैं तो भाजपा का मनोबल उनके साथ है। पार्टी 103 नहीं पूरी 230 सीटों पर राष्ट्रहित, समाज हित और राष्ट्रवाद की बात करती है।
बता दें कि 2018 में भाजपा को 103 विधानसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था और सत्ता से हटना पड़ा था। हालांकि बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी में शामिल हो जाने के बाद शिवराज सरकार फिर लौट आई थी। इस बार भाजपा हारी हुई सीटो पर अधिक फोकस कर रही है, ताकि पिछले साल की सतह स्थिति ना बने।