बारां। मप्र समेत देश के कई राज्यों में भीषण बारिश का दौर जारी है। मप्र में बाढ़ के हालात बन रहे हैं। मप्र की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वहीं मप्र में भारी बारिश के कारण बन रही बाढ़ राजस्थान तक पहुंच रही है। मप्र में तेज बारिश से पार्वती नदी उफान पर है। जिसके चलते छबड़ा, छीपाबड़ौद के कई गांव टापू बन गए हैं। ऐसे में कई ग्रामीण गांव के बीच में फंसे रहे। ऐसे ही फंसे लोगों को सेना ने हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू कर बाहर निकाला।
  यहां तेज बहाव के चलते नाव से रेस्क्यू करना संभव नहीं हो पाया तो बारां जिला प्रशासन ने कोटा से सेना बुलाई। बाद में सेना के हेलीकाप्टर से सभी 11 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। छबड़ा क्षेत्र के पार्वती नदी का पानी क्षेत्र के खुरई, गोडिया मेहर, गोडियाचारण, चौकी, बटावदा पार, नीमथूर, अरनियापार, कराडिय़ा, अकोदियापार, बदनवास, धोलाड़ा, खुरई समेत एक दर्जन से अधिक गांव टापू बने हुए हैं। दोपहर तक इन गांवों में किसी भी प्रकार भी मदद नहीं पहुंचाई जा सकी। दोपहर बाद शाम को एनडीआरएफ एसडीआरफ की मदद से लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
रेस्क्यू कर निकाले गए लोगों का कहना है कि पेयजल व भोजन के प्रबंध नहीं होने से बच्चों ने भी 3 दिन भूखे पेट ही निकाले। इस गांव के लोगों ने कई महिलाओं व बच्चों को सोमवार रात ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की मदद से बाहर निकाल लिया था। जिला कलेक्टर नरेन्द्र गुप्ता का कहना है कि छबड़ा क्षेत्र के चार-पांच गांवों से हेलीकाप्टर की मदद से गांवों में बाढ़ में फंसे लगभग दो दर्जन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने तथा उनके भोजन आदि के प्रबंध भी किए जा रहे हैं। अभी किसी प्रकार की जनहानि के कोई समाचार नहीं है।