ग्वालियर ।  कांग्रेस की महापौर डा शोभा सिकरवार व भाजपा सरकार के बीच मुद्दों को लेकर टकराव शुरु हो गया। महापौर गुरुवार को फूलबाग चौराहे पर पांच हजार से अधिक लोगों के साथ धरने पर बैठ गई। महापौर का आरोप है कि कांग्रेस ने नगरीय निकाय चुनाव क्षेत्र की जनता से दो महत्वपूर्ण वादे किये थे। पहला विसंगति पूर्ण गर्वेज शुल्क को कम करने व नागरिकों पर वर्षों से बकाया जल कर माफ करने का। कांग्रेस ने अपने वादे को निभाते हुये एमआइसी में दोनों दोनों प्रस्तावों को पारित कर राज्य शासन के पास भेज दिया। किंतु राज्य शासन ने दोनों प्रस्तावों को महीनों से अटका रखा है। गर्वेज शुल्क का नगर के व्यापारी भी विरोध कर रहे है। धरने पर उमड़ी भीड़ से कांग्रेस भी उत्साहित है। कांग्रेस वक्ताओं का कहना है कि यह परिवर्तन की लहर है।

नगर निगम में महापौर और एमआइसी तो कांग्रेस की है। परिषद में बहुमत के कारण सभापति भाजपा का है। इस विषम परिस्थितियों में नगर के विकास कार्यों को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच टकराव तय माना जा रहा था। गर्वेज शुल्क क जलकर माफी को कांग्रेस मुद्दा बना रही है। दूसरी तरफ बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल भी महापौर व उनके परिवार के खिलाफ मोर्चा खुले हुये हैं। केदारपुर में गरीबों के आवास को लेकर कांग्रेस विधायक पर हमलावर है।

वाहनों से लाये भीड़ - कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्षद सुबह से धरने के लिए भीड़ जुटाना शुरु कर दी थी। विक्रम और अन्य वाहनों से पार्षद भीड़ लेकर धरनास्थल पर पहुंचे। कांग्रेस ने धरने पर एकजुटता का प्रदर्शन करते हुये शहर जिला कांग्रेस डा देवेंद्र शर्मा, सुनील शर्मा साहब सिंह गुर्जर, अवधेश कौरव,महाराज सिंह पटेल सहित कई प्रमुख नेता मौजूद हैं। लेकिन धरने से दिग्विजय सिंह जुड़े नेता नजर नहीं आ रहै है।