मुंबई। गुजरात दंगे के वक्त हुए नरोदा हत्याकांड मामले पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. शरद पवार ने आरोपियों को निर्दोष छोड़े जाने को लोकतंत्र और संविधान की हत्या बताया. शुक्रवार को मुंबई में एनसीपी के चिंतन शिविर को वे संबोधित कर रहे थे. अपने संबोधन में उन्होंने बीजेपी पर केंद्रीय संस्थानों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया. पिछले हफ्ते नवी मुंबई के खारघर में हीट स्ट्रोक से हुई 14 मौत को लेकर भी वे आक्रामक रहे. उन्होंने इस घटना की न्यायिक जांच की मांग की. गुजरात दंगे को लेकर शरद पवार ने कहा कि, ‘कुछ साल पहले गुजरात में अल्पसंख्यकों की हत्याएं हुईं. उन पर हमले हुए. यह एक सांप्रदायिक दंगा था. इस दंगे के पीछे गुजरात की एक सत्ताधारी पार्टी थी. इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया, उनमें एक महिला थी. सांसद, विधायक, मंत्री और उनके सहयोगी थे. इतने दिनों तक केस चला. लोग गिरफ्तार हुए. कल अचानक हाईकोर्ट का फैसला आया और उन्हें निर्दोष बता कर छोड़ दिया गया.’ शरद पवार ने सवाल उठाया कि जब सब मासूम थे तब इन लोगों की हत्याएं किसने की? अगर किसी ने हत्याएं नहीं की, तो वो हत्याकांड हुआ कैसे? इस फैसले से देश के संविधान और लोकतंत्र की हत्या हुई है. सत्ता का इस्तेमाल अवैध तरीके से किया जा रहा है. शरद पवार ने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग शुरू है. जब मैं ग्रामीण इलाकों में जाता हूं तो गांववाले मुझे बताते हैं कि जब किसी की किसी से लड़ाई होती है तो वे एक दूसरे से कहते हैं कि चुप बैठो, नहीं तो तुम्हारे पीछे ईडी लगा दूंगा. अनिल देशमुख को बेवजह परेशान किया जाता रहा. आखिर में कुछ नहीं मिला. नवाब मलिक की जमानत पर तारीख पर तारीख दी जा रही है. आज ईडी और सीबीआई का नाम घर-घर तक पहुंच गया है. सत्ता की ताकत से विपक्ष को हताश कैसे किया जाए. यही कोशिश शुरू है.