बांसवाड़ा। बांसवाड़ा के लोहरिया थाना इलाके में 2 दिन पहले हुई 11वीं कक्षा की छात्रा की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि छात्रा की हत्या किसी और ने नहीं उसके ही चचेरे भाई ने की थी। आरोपी भाई चचेरी बहन से रेप करना चाहता था। उसने उसका जबर्दस्त विरोध किया और परिवार के लोगों को इस बारे में बताने की धमकी दी थी। इससे गुस्साए भाई ने खुद को बचाने के लिए उसे गला दबाकर मार डाला। बाद में सबूत छिपाने के लिए शव को में फेंक दिया। वारदात के बाद उसने गांव में जाकर लड़की के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ दी। आरोपी भी नाबालिग है। पुलिस ने उसे निरुद्ध कर लिया है।
  बांसवाड़ा पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीणा ने बताया कि बालिका की शिनाख्त इलाके के ही एक गांव की निवासी के रूप में हुई। वह 5 नंवबर को दोपहर बाद जंगल में गाय चराने गई थी। वहां से वापस नहीं लौटी। इस पर परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई। 6 नवंबर को सुबह जंगल में उसकी डेड बॉडी मिली। बाद में पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया। इस संबंध में मृतका के पिता ने हत्या का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने कड़ी मेहनत कर 7 नवंबर को हत्या के आरोपी मृतका के चचेरे भाई को निरद्ध कर लिया है। बालिका 17 साल की थी। वह 11वीं कक्षा में पढ़ती थी।
  वारदात को उसके चचेरे भाई ने ही अंजाम दिया था। वह उस पर गलत नजर रखता था। उसने जंगल में उसे अकेला देखकर रेप करने का प्रयास किया।  लड़की के विरोध के कारण वह सफल नहीं हो पाया। इस पर उसने लड़की का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। बाद में गांव में जाकर कहा कि उसकी बहन को 3 नकाबपोश उठाकर ले गए। उसने उसे बचाने का प्रयास किया। इस प्रयास में उसकी शर्ट फट गई। जबकि आरोपी ने पुलिस और ग्रामीणों को गुमराह करने के लिए खुद ही अपनी शर्ट फाड़ डाली और अपने फोन को तोड़कर एक नाले में डाल दिया।
  मामले की जांच में जुटे पुलिस उपाधीक्षक सूर्यवीर सिंह और कैलाशचंद्र ने करीब आधा दर्जन थानाधिकारियों के साथ मौका मुआयना किया। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। प्रत्यक्षदर्शी के तौर पर सामने आए उसके चचेरे भाई से पूछताछ की। वह लगातार अपने बयान बदल रहा था। जांच के दौरान वह लगातार पुलिस के साथ रहा। इस पर पुलिस का उस पर शक गहरा गया। पुलिस ने जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरा सच उगल दिया।