जयपुर । केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पुष्कर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजस्थान की सरकार ने आंखें मूंद ली हैं और प्रदेश को उपद्रवियों के हवाले कर दिया है राजस्थान की सरकार नहर परियोजना को लेकर राजनीति कर रही है. प्रदेश की 40 प्रतिशत आबादी से गहलोत सरकार पानी पीने का अधिकार छीन रही है। शेखावत ने कहा कि राज्य की सरकार आंखें मूंदकर सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने को प्राथमिकता देकर काम करने में जुटी है एक और जहां प्रदेश को उपद्रवियों के हवाले कर दिया है. वहीं दूसरी ओर प्रदेश की खनिज संपदा को माफियाओं के हवाले कर दिया है. प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ते रेप के मामलों को लेकर भी शेखावत ने राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधा। शेखावत ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था इतनी बिगड़ी है कि बलात्कार पीडि़तों को बलात्कारियों के हवाले कर दिया है. राजस्थान की व्यवस्थाएं एक सोचनीय विषय है. प्रदेश की जनता भी इस सारी स्थितियों को गंभीरता से देख रही है। हाल ही में चल रहे पूर्वी नहर परियोजना विवाद पर बोलते हुए शेखावत ने कहा कि देश में कानून स्थापित है. वहीं, राज्यों के दूसरे राज्यों से भी समझौते पूर्व से हो रखे हैं. उन्होंने हाल ही में गहलोत सरकार द्वारा 13 जिलों के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक के बाद दिए गए बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि जब मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तत्कालीन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आपत्ति की चि_ी भेजी थी. तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कमलनाथ को क्या जवाब दिया. आखिर उस वक्त इस मामले का निस्तारण क्यों नहीं किया गया? गहलोत सरकार इस पूरे मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही है, जिसके चलते प्रदेश के 14 जिले की 40  प्रतिशत आबादी के पानी पीने के अधिकार को छीनना चाहते हैं. इससे बड़ा पाप कोई नहीं हो सकता, जो राजस्थान सरकार कर रही है।