दौसा । विद्यालयों में छात्रों के आपस में लड़ने भिड़ने की खबरें अक्सर सुनने में आती रहती हैं। पर इन छात्रों की तरह अध्यापक झगड़ने लगे तब विवाद कैसे हल होगा। कुछ ऐसा ही मामला राजस्थान के दौसा जिले में सामने आया है। हालांकि मामला करीब तीन सप्ताह पुराना है लेकिन सुर्खियों में अब आया है। अब इस मामले को लेकर प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है और तालाबंदी की चेतावनी दी गई है। फिलहाल शिक्षा विभाग और एसडीएम ने मामले की अलग-अलग जांच करके अपनी रिपोर्टें उच्चाधिकारियों तक भिजवा दी है। अब इस पूरे मामले में अग्रिम कार्रवाई का इतंजार है।
जानकारी के अनुसार मामला दौसा जिले के लालसोट ब्लॉक में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय झुपड़िया- राजावतान का है। यहां शिक्षक ही आपस में झगड़ते हैं। यहां तक कि एक दूसरे को थप्पड़ भी मार देते हैं। इससे स्कूल का शैक्षणिक माहौल पूरी तरह खराब हो चुका है। बताया जा रहा है कि बीते 28 जून को स्कूल की एक शिक्षिका ने अपने साथी अन्य शिक्षक को दो थप्पड़ रसीद कर दिए थे। स्कूल की बदनामी न हो और बात का बतंगड़ न बने इसके लिये ग्रामीणों ने स्कूल स्टाफ में सामंजस्य बिठाने की कोशिश की। इससे हालांकि एकबारगी तो मामला शांत हो गया लेकिन यह अंदर ही अंदर सुलगता रहा और स्कूल स्टाफ में खींचतान नहीं थमी।
हालांकि इस बीच शिक्षा विभाग ने अपने स्तर पर इसकी जांच भी करवा ली। उसके बाद यह मामला शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंच गया। इस पर जिला कलेक्टर के निर्देश पर लालसोट एसडीएम मोहर सिंह मीणा को मामले की जांच सौंपी गई। एसडीएम मीणा मामले की जांच के लिए हाल ही में गांव पहुंचे और इसकी विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान स्कूल स्टाफ की खींचतान से आजिज आये ग्रामीणों ने एसडीएम को साफ शब्दों में कहा कि स्कूल का शैक्षणिक माहौल पूरी तरह खत्म हो गया है। ऐसे में थप्पड़ मारने वाली शिक्षिका सहित विवादित स्टाफ को हटाया जाए।
ग्रामीणों ने शिक्षिका ज्योति मीणा और शारीरिक शिक्षक कमल बैरवा को स्कूल से हटाने की मांग रखी है। अब ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि दोनों टीचर स्कूल से नहीं हटे तो आंदोलन किया जाएगा और तालाबंदी की जायेगी। एसडीएम की जांच के दौरान ग्रामीणों ने स्कूल के मेन गेट पर खड़े होकर जमकर नारेबाजी भी की। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल की शिक्षिका ज्योति मीणा ने साथी शिक्षक रामकिशन मीणा को दो थप्पड़ मारे थे।