जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन होने जा रहा है। वर्ल्ड फेमस ट्यूरिस्ट सिटी पिंकसिटी जयपुर में नया एजुकेशन हब तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट में गुलाबीनगरी में राजस्थान का पहला एजुकेशन हब बनाने की घोषणा की है। इस एजुकेशन हब पर करीब 400 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जायेगी। जयपुर के वीवीआईपी रोड जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर यह एजुकेशन हब डवलप किया जायेगा। जयपुर में तैयार किये जा रहा यह एजुकेशन हब देशभर में अपनी अलग पहचान बनाये इसके लिये मेगा प्लन तैयार किया गया है।
  करीब 400 करोड़ की रुपये की लागत से तैयार किये जा रहे इस एजुकेशन हब को काफी कुछ लीक से हटकर डवलप किया जायेगा। इसके तहत महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गर्वेनंस और सोशल साइंस पर 225 करोड़ की लागत से नये कार्य किय जायेंगे। यहां महात्मा गांधी के जीवन पर विद्यार्थी अध्ययन कर सकेंगे। राजा रामदेव पोद्दार आवासीय स्कूल ऑफ एक्सीलेंस पर 100 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। यहां पर पुरानी इमारत का पुनरुद्धार करने के साथ ही नया भवन भी बनाया जायेगा। राधाकृष्ण लाइब्रेरी एवं कोचिंग सेंटर पर 75 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। यह लाइब्रेरी और कोचिंग सेंटर पोद्दार स्कूल परिसर में बनेगी। इस लाइब्रेरी की विद्यार्थियों को 24 घंटे निःशुल्क सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही यहां विधार्थी बेहद कम फीस पर सरकार के बेहतर शिक्षकों से कोचिंग ले सकेंगे। इससे अल्प आय वर्ग के विद्यार्थी कम फीस में अच्छी शिक्षा ले पायेंगे। शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि एक ही स्थान पर स्कूल से लेकर कॉलेज और कोचिंग की सुविधा मिलेगी तो आम आम विद्यार्थी परेशान नहीं होगा। सीएम अशोक गहलोत की मंशा साफ है इसलिए उन्होंने बजट में दिल खोलकर शिक्षा के क्षेत्र में स्कूलों और कॉलेजों के लिए खूब बजट दिया है।
जयपुर में एजुकेशन हब फैसला बड़ा नवाचार है। अगर ये नवाचार सफल होता है तो इसे राजस्थान के अन्य बड़े शहरों में भी अमल में लाया जा सकता है। राजस्थान में कोचिंग सिटी कोटा समेत जोधपुर और शेखावाटी के सीकर शहर में भी एजुकेशन हब की संभावनायें प्रबल हैं। क्योंकि ये तीनों शहर भी राजस्थान में एजुकेशन के मामले काफी आगे हैं।