उज्जैन. हस्त रेखा शास्त्रियों के अनुसार, हथेली में अनामिका अंगुली (सबसे छोटी उंगली के पास) के नीचे सूर्य पर्वत होता है। हथेली के किसी भी भाग से शुरू होकर सूर्य पर्वत तक पहुंचने वाली रेखा ही सूर्य रेखा कहलाती है।

ये रेखा हथेली पर कहीं से शुरू हो सकती है, लेकिन पहुंचती सूर्य पर्वत तक ही है। ये रेखा अगर साफ और स्पष्ट हो तो व्यक्ति को अपने जीवन में हर तरह का सुख मिलता है और अगर ये रेखा टूटी-फूटी हो तो कई तरह की परेशानी हो सकती है। आगे जानिए सूर्य रेखा कब शुभ और कब अशुभ फल प्रदान करती है.

1. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, सूर्य रेखा लंबी, स्पष्ट और सीधी हो तो व्यक्ति को अपने जीवन में यश, मान, प्रतिष्ठा आदि सभी सुख मिलते हैं। ऐसा व्यक्ति लोगों के बीच काफी लोकप्रिय भी होता है। दोनों हाथों में यह रेखा स्पष्ट हो तो व्यक्ति पूर्ण सफलता प्राप्त करता है।

2. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के हाथ में सूर्य रेखा अगर छोटी और अस्पष्ट हो तो उसे अपने जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है, तब कहीं जाकर उसे छोटी-मोटी सफलता मिलती है।

3. सूर्य रेखा जिस जगह कट जाती है, आयु के उस भाग में व्यक्ति अपनी नौकरी या बिजनेस बदल देता है। यदि हथेली गहरी हो और सूर्य रेखा स्पष्ट हो तो उस व्यक्ति की प्रतिभा का सही उपयोग नहीं होता। ऐसे लोग दूसरों को लाभ पहुंचाते हैं, लेकिन खुद कुछ नहीं कर पाते।

4. जिस व्यक्ति की हथेली में सूर्य रेखा के मार्ग में द्वीप का चिह्न हो तो वह बिजनेस में दिवालिया हो जाता है। उसे अपने जीवन में कई अपयश यानी अपमान का सामना करना पड़ता है।

5. यदि किसी व्यक्ति की हथेली में सूर्य रेखा पर तारे का निशान हो तो वह अपनी कला के माध्यम से देश-विदेश में खूब नाम कमाता है। उसके पास ऐशो-आराम से सभी साधन उपलब्ध होते हैं।

6. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली में सूर्य रेखा जिस स्थान पर सबसे अधिक गहरी होती है आयु के उस भाग में व्यक्ति को विशेष धन लाभ होने के योग बनते हैं।

7. सूर्य रेखा के अंत में यदि बिंदु हो तो व्यक्ति को अपने जीवन काल में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सूर्य रेखा की समाप्ति पर अनेक छोटी-छोटी रेखाएं हो तो व्यक्ति को जीवन भर असफलता ही मिलती है।