बिलासपुर में जिम मैनेजर कथित आर्मी मैन के झांसे में आ गया। अपने कर्मचारी के अकाउंट में एक रुपए जमा कराने के बाद वह 71 हजार रुपए की ठगी का शिकार हो गया। दरअसल, ठग ने आर्मी का जवान बनकर कॉल किया और बताया कि उसका परिवार बिलासपुर में रहता है। वह अपनी पत्नी व बच्चों को जिम भेजना चाहता है। उसने जम्मू से ऑनलाइन फीस जमा करने की बात कही और मैनेजर को झांसे में लेकर खाते से रकम ट्रांसफर कर लिया। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

व्यापार विहार निवासी राजकमल मिश्रा (40) जिम के मैनेजर हैं। मध्यप्रदेश के रहने वाले मैनेजर के मोबाइल में शनिवार की शाम करीब 6 बजे अनजान नंबर से फोन आया। बात करने वाले ने अपना नाम विकास पटेल बताया। उसने कहा कि वह इंडियन आर्मी में है और जम्मू-कश्मीर में उसकी पोस्टिंग है। उसने बताया कि उसकी पत्नी व बच्चे बिलासपुर में ही रहते हैं। उन्हें जिम भेजना है।

बातचीत के दौरान उसने मैनेजर से फीस वगैरह की जानकारी ली। साथ ही कहा कि वह ऑनलाइन फीस जमा कर देगा। इस तरह से बातों में उलझाकर उसने मैनेजर राजकमल से गूगल-पे से रकम ट्रांसफर करने की बात कही। मैनेजर ने उसे वॉट्सऐप में बार कोड भेजने कहा। लेकिन, ठग ने गूगल-पे से ही रकम जमा करने को कहा। मैनेजर ने अपने सहयोगी कर्मचारी अजय ध्रुव के मोबाइल से गूगल-पे की जानकारी दी। कथित आर्मी मैन ने उसके मोबाइल पर गूगल-पे से एक रुपए ट्रांसफर किया और खाते से 71 हजार रुपए पार कर दिया। ठगी का अहसास होने पर मैनेजर ने इस मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है।

भरोसे में लेने के लिए भेज दिया फर्जी आईडी
राजकमल ने पुलिस को बताया कि ठग ने मोबाइल से बातचीत के दौरान ही उन्हें अपना आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस वॉट्सऐप किया, जिसे देखकर वह भरोसे में आ गया। ऑनलाइन ठग गिरोह इस तरह से फर्जी आईडी बनाकर भी रखते हैं और वॉट्सऐप की डीपी में भी अपने आप को इंडियन आर्मी बताने के वर्दीधारी तस्वीरें लगाकर रखते हैं। ताकि, लोगों को उसपर भरोसा हो जाए।

TI बोले- 24 घंटे के भीतर अकाउंट में वापस हो जाएगा रकम- राजकमल ने बताया कि सिविल लाइन TI शनिप रात्रे ने उनकी शिकायत पर जांच कराने की बात कही है। उन्होंने मामले को साइबर सेल भेज दिया है। 24 घंटे के भीतर गूगल-पे अकाउंट को होल्ड कराकर रकम वापस करा दिया जाएगा। रकम वापस नहीं होने पर उन्होंने FIR दर्ज करने का भरोसा दिलाया है।