उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले के लसाड़िया में दो सगे किसान भाइयों की मौत के बाद एक ही चिता पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। दो भाइयों की एक साथ अर्थी उठी। सगे भाइयों की मौत के बाद घर में मातम पसर गया। हर किसी का रो-रोकर बुरा हाल है।

छोटे भाई की मौत का सदमा सहन नहीं कर पाया बड़ा भाई 

एक दिन पहले 50 वर्षीय लखमा मीणा की कुएं पर करंट लगने से मौत हो गई थी। वहीं, 53 वर्षीय बड़ा भाई हुड़ा मीणा अपने भाई की मौत का सदमा सहन नहीं कर पाया। उसने भी भाई की मौत के महज तीन घंटे बाद दम तोड़ दिया। एक ही दिन दोनों भाइयों के चले जाने से परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट गया।

अस्थमा से पीड़िता था बड़ा भाई

बताया जा रहा है कि बड़ा भाई हुड़ा मीणा लंबे समय से अस्थमा बीमारी से पीड़ित था। छोटे भाई की मौत की खबर सुनकर बड़े भाई की हालत और बिगड़ गई थी। दोनों भाइयों का एक चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।

खेती पर निर्भर है दोनों भाइयों का परिवार

मामला लसाडिया के बेडासोटा गांव का है, जहां कुएं पर मोटर चालू करने के दौरान लखमा पिता अमरा मीणा की करंट लगने से मौत हो गई। शव को लसाडिया सीएचसी पर पोस्टमार्टम करवाकर घर ले आया गया। फिर शाम करीब छह बजे लखमा मीणा के बड़े भाई हुडा मीणा की मौत हो गई। दोनों का परिवार खेती पर निर्भर है। बड़े भाई हुड़ा मीणा के तीन बेटे और दो बेटी हैं, जिनमें दो बेटे मजदूरी का काम करते हैं। वहीं, छोटे भाई लखमा के दो बेटे और दो बेटी हैं।