जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जनसभा स्थल पर वन विभाग ने दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। राजस्थान के कोटा में दो जुलाई को वसुंधरा समर्थकों ने जनसभा की थी। यह जनसभा वन विभाग की जमीन पर हुई थी। वन विभाग इसे बफर जोन बता रहा है।

बिना अनुमति सभा करने का आरोप

सहायक वन संरक्षक तरुण मेहरा ने बताया कि वन क्षेत्र में सभा स्थल पर गंदगी करना, वन विभाग की जमीन पर गड्ढे करना, टेंट लगाना, पेड़-पौधे-झाड़ियों को काटने के कारण ये जुर्माना लगाया गया है।

उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के वनक्षेत्र में जनसभा करने पर वन्यजीव अधिनियम के तहत यह कार्रवाई की गई है। आयोजकों के विरूद्ध जुर्माना लगाया गया है। मेहरा ने कहा, जहां कोटा नगर सुधार न्यास ने जनसभा करने की अनुमति दी थी। वहां जनसभा का टेंट नहीं लगाकर पास ही वन विभाग की भूमि पर कार्यक्रम किया गया। जिससे वन्यजीव कानून की अवहेलना हुई है। जनसभा वन विभाग की डाबी रेंज में हुई थी।

पूर्व विधायक ने नहीं दी कोई जानकारी

उन्होंने कहा कि जुर्माना जमा नहीं करवाने पर आयोजकों के विरूद्ध कठोर कदम उठाए जाएंगे। जनसभा के मुख्य आयोजक पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने वन विभाग के जुर्माने को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।