UNSC सुधारों पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है। यूएनजीए प्रमुख ने कहा कि यूएनएससी को सुरक्षा परिषद में भारत जैसे बेहतर प्रतिनिधियों की जरूरत है।

क्या बोले संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने कहा कि भारत अकेला नहीं है। सुरक्षा परिषद, जो आज हमारे पास है, दशकों और दशकों पहले से विरासत में मिली है, जो अलग-अलग महाशक्तियों के साथ अलग रास्ते, शक्ति के अलग-अलग संतुलन को दर्शाती है। उस समय, भारत सबसे बड़े देशों में से नहीं था। भविष्य निश्चित रूप से अतीत से बहुत अलग होगा।

'विश्व कल्याण में अपना योगदान दे सकता है भारत'

साबा कोरोसी ने कहा कि सदस्य देशों के बीच एक धारणा है कि हमें एक बेहतर प्रतिनिधि की आवश्यकता है, जिसमें वे देश शामिल हैं, जिनके पास शांति के लिए बड़ी जिम्मेदारी है। लोगों की भलाई करने की बड़ी जिम्मेदारी है और निश्चित रूप से भारत ऐसा मानता है कि वो विश्व कल्याण में अपना योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि सुधार का मामला 13 वर्षों से बातचीत की प्रक्रिया में चल रहा है, इसलिए यह उच्च समय है यह सब सदस्य देशों के हाथ में है, लेकिन भारत सुरक्षा परिषद में शीघ्र सुधार के सबसे सक्रिय समर्थकों में से एक है।

'पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मुझ पर गहरा प्रभाव पड़ा'

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग दिवस पर शामिल होने पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने कहा कि मैं कुछ महीने पहले नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मिला था और एक दूरदृष्टि वाले, रणनीतिक सोच रखने वाले, एक राष्ट्र की परंपरा को अपने साथ लाने वाले व्यक्ति और ऐसे व्यक्ति जो स्पष्ट हो कि आधुनिक भारत कहां दिखना चाहिए, उनसे मुलाकात के बाद मुझ पर गहरा प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि मुझे उनका अभिवादन करते हुए बहुत खुशी हो रही है। संयुक्त राष्ट्र में उनका बहुत स्वागत है और वह बहुत कम समय में यहां आने वाले दुनिया के बेहद सम्मानित नेताओं में से एक हैं।