मोरना (मुजफ्फरनगर)। उत्तराखंड के पहाड़ों पर हो रही तेज वर्षा के चलते रुड़की से सोलानी नदी में छोड़े गए 40 हजार क्यूसेक पानी के बाद खादर क्षेत्र में बाढ़ आ गई है। भोकरहेडी-मजलिपुर तौफीर, लक्सर मार्ग के उपर से पानी बहने लगा है जिसके चलते खादर के चार गांव का ब्लाक व जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। ग्रामीणों के सामने पशुओं के चारे का संकट छा गया है, ग्रामीण खतरा उठाकर चारे की तलाश में दूसरे गांव में जा रहे है। वही, तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में बाण गंगा खतरे के निशान पर बह रही है। उत्तराखंड से निरंतर सोलानी नदी व बाण गंगा में पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते नदियों का पानी खेतों व रास्तों में बहने के बाद गांव, घरों में घुसने लगा है। जिससे ग्रामीणों को परेशानी होने लगी है। लोगों ने खाने पीने का सामान छतों पर चढ़ाना शुरू कर दिया है। खचेड़ू, कंवर, कल्लू समेत कई लोगों के घरों में पानी घुस गया है। ओम सिंह के मकान की दीवार गिर गई है। सोलानी नदी के पार भोकरहेडी-मजलिपुर तौफीर लक्सर मार्ग के ऊपर से तेजी से पानी बहने लगा है जिससे मजलिपुर तौफीर, महाराजनगर, सीताबपुरी, खैरनगर समेत चार गांव का ब्लाक व जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। प्रधान योगेश चौहान ने चारों गांवों घूमकर बच्चों को घरों में ही रखने, सावधान रहने व जंगल में नही जाने की अपील कर रहे है। खादर का हजारों बीघा जंगल पानी में डूबने से पशुओं के चारे का संकट छा गया है। ग्रामीण जोखिम उठाकर भैसा-बुग्गी व बैल बुग्गी से पानी में ही दूसरे गांवों में चारे की तलाश में निकले है।

भूमिगत केबिल हुआ भस्ट, अंधेरे में डूबी कालोनियां

खतौली में बरसात के कारण विद्युत निगम को हजारों रुपये का नुकसान हुआ है। रेलवे लाइन के निकट भूमिगत विद्युत लाइन में भस्ट हो गया। जिस कारण जगत कालोनी, बुआड़ा गांव, भूड क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति सोमवार रात से बाधित हो गई। मंगलवार को ऊर्जा निगम ने कार्य कराया, लेकिन लगभग 300 मीटर तक भूमिगत लाइन खराब हो गई। इसके चलते विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं हो सकी है। बुढ़ाना रोड बिजलीघर से जगत कालोनी में भूमिगत विद्युत लाइन डाली गई है। इस लाइन खतौली ग्रामीण समेत बुआड़ा का प्राथमिक विद्यालय एवं पेयजल टैंक का कनेक्शन जुड़ा है। खतौली ग्रामीण पर 100 से 120 एम्पियर की विद्युत खपत है। सोमवार रात को हुई बरसात के दौरान भूमिगत लाइन में समस्या हो गई। जिस कारण भूड़, जगत कालोनी समेत आसपास क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। मंगलवार सुबह से दोपहर तक ऊर्जा निगम की टीम जद्दोजहद में लगी रही, लेकिन लगभग 300 मीटर तक वायर पूर्ण रूप से भस्ट मिली है। इससे बिजली आपूर्ति सुचारु नहीं हो सकी। बुधवार को वैक्लिकप व्यवस्था की गई, जो ओवरलोड के कारण नाकाफी साबित हुई। एसडीओ तेजवंत गुप्ता ने बताया, कि नई प्लास्टिक कवर वायर लाने के लिए अधीक्षण अभियंता को अवगत कराया गया है। स्टोर रूम से वायर मंगवाकर कार्य कराया जा रहा है। शीघ्र आपूर्ति को सुचारु कराया जाएगा।