करौली। दिवाली पर मिलावटी और नकली सामान बाजारों में सबसे ज्यादा आते हैं। क्योंकि इस मौके पर खाद्य सामग्रियों की ज्यादा मांग होती है तथा मांग के अनुपात में उत्पादन भी कम होता है। दिवाली पर मिलावटखोर दूध, मिठाई, मसालों से लेकर मावे तक में मिलावट करते हैं। इसे रोकने के लिए करौली जिला प्रशासन द्वारा त्योहारी सीजन में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है।
  यह विशेष अभियान 17 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक चलाया जा रहा है। इसकी  खास बात यह है कि अब आम लोग भी मिलावटखोरों के प्रति प्रशासन को जानकारी देकर इस अभियान में भूमिका निभा सकते हैं। जिला प्रशासन के द्वारा सैंपल लेने के बाद जांच में खाद्य पदार्थ में मिलावट पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मिलावटखोरी की जानकारी देने वाले को 51 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसमें जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश चंद्र मीणा ने बताया कि त्योहारी सीजन पर दूध, मावा, घी, तेल, मसाले के उपयोग में वृद्धि होने के कारण इनमे मिलावट की ज्यादा आशंका रहती है। आमलोग इस मिलावट के संदेह की सूचना ब्लॉक स्तर पर जिला स्तर पर दे सकते हैं। मिलावट को रोकने के लिए कोई भी व्यक्ति मिलावट करने वाले की सूचना 181 नंबर या जिला प्रशासन को दे सकता है।
  उन्होंने बताया कि खाद्य सामग्री में मिलावटी तत्वों के पॉजिटिव पाए जाने या मिलावट होने वाले स्थान पर जाकर मिलावटी खाद सामग्री के 4 सैंपल लिए जाते हैं। इन को सील पैक सैंपल में एक प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाता है, और बचे 3 सैंपलों को स्वास्थ्य विभाग और खाद्य विभाग के कार्यालय में सुरक्षित रखा जाता है।