जयपुर । राजस्थान में मूसलाधार बारिश के चलते ओक दर्जन से अधिक जिले पानी-पानी हो रहे हैं। इस बीच राज्य में अलग-अलग हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई। जोधपुर में भारी बारिश के बीच जलजमाव को देखते हुए प्रशासन की मदद के लिए सेना बुलाई गई है। जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक, राजधानी समेत 10 जिलों में आज बारिश का अलर्ट है। राज्य के दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, झुंझुनू, चूरू, सीकर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ जिलों और आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं पर बादल गरजने के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। राजस्‍थान के जोधपुर संभाग में जोरदार बारिश का दौर जारी है, बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 135 मिलीमीटर बारिश हुई। लगातार बारिश से जोधपुर शहर और आसपास के इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। स्‍कूल बंद हैं और अनेक ट्रेन भी रद्द की गई हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज से जोधपुर में बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। शुक्रवार और शनिवार को जोधपुर में आंशिक बादल छाए रहने और मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।
वहीं बीते 24 घंटे में राज्य की राजधानी जयपुर और इसके आसपास के इलाकों में अच्‍छी खासी बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटे में बारिश की गतिविधियां कम होने से लोगों को राहत मिलेगी। विभाग के अनुसार, गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक जोधपुर शहर में 73.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान राज्‍य में सबसे अधिक 135 मिमी बारिश जोधपुर के लोहावट में हुई। जोधपुर संभाग में ही भोपालगढ़ और फलोदी में 66 मिलीमीटर। बारिश दर्ज की गई है। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार शाम साढ़े पांच बजे तक धौलपुर में 44.5 मिमी, श्रीगंगानगर में 46.5 मिमी, अलवर में 21.5 मिमी बारिश हुई। चूरू में 21 मिमी, बारां के शाहबाद में 20 मिमी, वनस्थली और करौली में चार-चार मिमी, बीकानेर में तीन मिमी और जालौर 2.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं राजस्थान के बीकानेर, बूंदी और जोधपुर जिलों में बारिश के बीच हादसों में 5 लोगों की मौत हो गई। लगातार बारिश के चलते जोधपुर में स्थानीय प्रशासन की मदद के लिये सेना को बुलाया गया है। एनडीआरएफ और सेना के दलों ने पानी में डूबे घरों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव अभियान शुरू किया है। प्रशासन ने घरों से पानी निकालने के लिए पंप लगाए लेकिन पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ा।