जयपुर। राजस्थान के अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व में दो नए मेहमानों का स्वागत किया गया है। दरअसल, बाघ एसटी-19 के दो शावकों का जन्म हुआ है, जिसके बाद सरिस्का में बाघों की संख्या तीन दशकों में सबसे अधिक यानी 30 पर पहुंच गई।

मां और शावकों के लिए सुरक्षित स्थान निर्धारित

बाघिन और उसके शावकों को 6 जुलाई को अलवर के पास पार्क के बफर जोन में लगे कैमरे में कैद किया गया था। वन अधिकारियों ने बताया कि इन शावकों का पिता नर बाघ एसटी-18 है। रविवार को सफारी के दौरान तीनों को देखा गया। इसके बाद से वन विभाग ने बाघिन और उसके दोनों शावकों की निगरानी भी बढ़ा दी है। ST-19 शावकों के साथ सुरक्षित जगह निर्धारित कर चुकी है।

सीएम गहलोत ने शेयर की तस्वीर

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विटर पर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने मां और शावकों की तस्वीर भी टैग करते हुए ट्वीट किया है। सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, "जंगल में नया जीवन। सरिस्का से दो शावकों के जन्म की खुशखबरी मिली।अब बाघों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। सरकार बाघों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है, जो पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है।"

बाघों की संख्या बढ़कर हुई 30

सरिस्का टाइगर रिजर्व मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निर्देशक आर एन मीणा ने बताया कि सरिस्का के टाइगर रिजर्व क्षेत्र में अब कुल 30 टाइगर हो गए हैं। अब टूरिस्ट भी भारी मात्रा में टाइगर की साइटिंग के लिए आने लगे हैं। सरिस्का प्रशासन की योजना वर्ष 2023-24 में बाघों की संख्या को बढ़ा कर 30 से 35 तक करने की है।