प्रयागराज: साहब, गुंडे मेरी भतीजी को परेशान कर रहे थे। मोबाइल नंबर मांग रहे थे। मैंने टोका तो मेरे ऊपर हमला कर जख्मी कर दिया। गुंडे मेरे पीछे पड़े हैं। डर है कि घर में घुसकर खींच न ले जाएं लेकिन फूलपुर पुलिस मदद नहीं कर रही है। आप ही कुछ सहायता करिए।

सोमवार दोपहर 12.35 बजे डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती के सामने यह दुखड़ा रो रही थी फूलपुर के एक गांव की युवती। डीसीपी ने भरोसा दिया कि गुंडे पकड़े जाएंगे। युवती संग आए लोगों का आरोप था कि फूलपुर थाने में पीड़ितों की सुनवाई नहीं होती। उन्हीं को थाने में आने दिया जाता है जिनसे पुलिस को लाभ मिलता है।

पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप

फूलपुर इलाके की ही कंचन ने डीसीपी से बताया कि वह अपने ससुरालियों से परेशान है। उसे पीटा जाता है। सामान फेंक दिया गया लेकिन कई बार अधिकारियों का आदेश होने के बावजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया। डीसीपी ने उसे एसीपी से जांच कराकर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।

सप्ताह के पहले दिन सोमवार को पुलिस कार्यालय में फरियादियों की भीड़ थी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के कार्यालय में अपर पुलिस उपायुक्त प्रोटोकाल रविशंकर निम जन सुनवाई कर रहे थे। उनके सामने भी 50 से ज्यादा लोगों ने अपनी समस्या रखी, जिसके निस्तारण के लिए क्षेत्रीय थाना प्रभारी और एसीपी को निर्देश दिया। डीसीपी यमुनानगर संतोष मीना ने भी जन सुनवाई की। उनके समक्ष दो दर्जन से ज्यादा फरियादी आए और क्षेत्रीय पुलिस से सहायता नहीं मिलने की शिकायत की।