24 घंटे में 109 मौतें
उत्तराखंड में मप्र के 3 पर्यटकों की जान गई, हिमाचल में 500 लोग फंसे, दिल्ली में बाढ़ का खतरा


नई दिल्ली । मानसून में इनदिनों कुदरत का क्रोध जमकर बरस रहा है। बारिश के कारण पहाड़ दरक रहे हैं। नदियों में उफान आ गया है। हिमाचल, उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी और पंजाब में 6 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। हिमाचल में 24 घंटे में 39 जगह लैंडस्लाइड हुआ। ब्यास नदी के उफान के चलते इमारतें बह गईं, पुल ढह गए। पिछले 24 घंटों में देश के अलग-अलग राज्यों में 106 लोगों की जान चली गई। यूपी में 45, हिमाचल में 27, जम्मू-कश्मीर में 10, दिल्ली में पांच और राजस्थान और हरियाणा में एक-एक की मौत हुई है। वहीं उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मप्र के टूरिस्ट की गाडिय़ों पर पहाड़ से टूटकर पत्थर गिर गए। इस हादसे में मप्र के तीन टूरिस्ट की मौत हो गई। वहीं 10 लोग घायल हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश में हालात भयावह हो चुके हैं। बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के चलते यहां अब तक 27 लोगों के मारे जाने की खबर है। बड़ी संख्या में लोग बेघर हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे के अंदर 40 जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं। ब्यास नदी उफान पर है। इसके किनारे बनीं कई इमारतें ढह गईं। पुल भी ढह गए। यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश में भी हालात बेकाबू होते दिख रहे हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 24 घंटों में देश के अलग-अलग राज्यों में 106 लोगों की जान चली गई।


हिमाचल प्रदेश में सबसे खराब हालात
हिमाचल प्रदेश में लगातार चार दिनों से हो रही बारिश ने हाहाकार मचा दिया है। दो दिन के भीतर 27 लोगों की जान जा चुकी है। सोमवार को आठ और लोगों की मौत हो गई है, जबकि छह उफनती नदियों और नालों में बह गए हैं। बीते 24 जून को हिमाचल पहुंचा मानसून अब तक 63 लोगों की जान ले चुका है। भूस्खलन के चलते प्रदेश में मंगलवार सुबह 10:00 बजे तक 1239 सडक़ें बाधित थीं। 2577 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े हैं। 1418 जल आपूर्ति योजनाएं भी बंद पड़ी हैं। संबंधित विभाग इनकी बहाली में जुटे हैं।


उत्तराखंड में पुल बहा
भारी बारिश के बाद मंगलवार सुबह उत्तराखंड में चीन सीमा क्षेत्र के जोशीमठ-मलारी हाईवे पर जुम्मा में पुल बह गया। जिस कारण सीमा क्षेत्र में स्थानीय लोगों के साथ ही सेना के जवानों की आवाजाही भी रुक गई है। साथ ही नीति घाटी का देश से संपर्क टूट गया है। बता दें कि नीती घाटी के उच्च हिमालय क्षेत्रों में अतिवृष्टि से जोशीमठ से करीब 50 किलोमीटर दूर जुम्मा नाले में सोमवार को बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। नाले में मलबे के साथ भारी बोल्डर भी बहकर आए थे। एक भारी-भरकम बोल्डर जुम्मा गांव के पास स्थित मोटर ब्रिज के नीचे अटक गया था। जिससे पुल को खतरा बताया जा रहा था।


उत्तर प्रदेश  में 45 लोगों की मौत
यूपी में भी बारिश ने आफत ला दी है। आज भी प्रदेश के 65 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें से 12 जिलों में भीषण बारिश की चेतावनी है। सोमवार को बारिश से जुड़े हादसों में चार लोगों की मौत हो गई है। यही नहीं, बाढ़ में फंसे अब तक 225 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। पिछले 48 घंटे में 45 लोगों की मौत हो चुकी है।