नगर निगम के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत निर्माण कार्य का काम चल रहा है। ठेकेदार को छड़, सीमेंट दुकान संचालक ने मटेरियल सप्लाई करने का झांसा देकर 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। ठेकेदार की शिकायत पर पुलिस अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामला सकरी थाना क्षेत्र का है।

सरकंडा थाना क्षेत्र के राजीव विहार निवासी आलोक सूर्या पिता स्व.डा. वीएस गुप्ता (58) रजिस्टर्ड फर्म मेको टेक्नोलाजीज प्रायवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हैं। नगर निगम के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ग्राम कोनी में कंस्ट्रक्शन का कार्य चल रहा है। इसका ठेका आलोक सूर्या को मिला है।

कार्य प्रारंभ करने के लिए उन्होंने छड़ सीमेंट, रेत, गिट्टी व अन्य बिल्डिंग मटेरियल की सप्लाई करने के लिए शांति इंटरप्राइजेस नेचर सिटी सकरी के प्रोप्राइटर नितिन द्विवेदी से संपर्क किया। नितिन ने खुद को बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का थोक विक्रेता बताकर आलोक को सौदा तय करने के लिए बुलाया।

बीते 25 मार्च को आलोक ने सौदा तय किया और कोनी स्थित साइट पर मटेरियल सप्लाई करने के लिए कहा। नितिन ने एडवांस के रूप में संपूर्ण राशि 50 लाख रुपये जमा करने के लिए कहा। पीड़ित ने भरोसा करके आर्डर पर एक प्रतिशत टीडीएस काटकर 31 मार्च 2023 को बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई के लिए 49 लाख 95 हजार रुपये चेक के माध्यम से नितिन को भुगतान कर दिया। फिर कुछ दिनों तक मटेरियल की आपूर्ति की गई। इसके बाद सप्लाई करने से मना कर दिया।

मटेरियल सप्लाई नहीं होने पर पीड़ित ने नितिन द्विवेदी से संपर्क किया और मटेरियल सप्लाई करने के लिए कहा। तब आरोपित नितिन झूठा आश्वासन देता रहा और कुछ समय बाद सप्लाई करने का दावा करता था। इसके कारण काम पूरी तरह प्रभावित हो गया। इससे पीड़ित को परेशानी का सामना करना पड़ा।

मटेरियल सप्लाई नहीं करने पर पीड़ित ने नितिन द्विवेदी से सिक्योरिटी के रूप में प्राप्त उसकी संस्था शांति इंटरप्राईजेस के चेक 50 लाख रुपये वापस करने के लिए कहा। उसके द्वारा एक चेक प्रदान किया गया।

चेक बाउंस होने के कारण पीड़ित ने आरोपित नितिन द्विवेदी की संस्था शांति इंटरप्राइजेस नेचर सिटी गए, लेकिन उस जगह से कार्यालय गायब मिला। उन्होंने मोबाइल से नितिन को फोन लगाया, पर संपर्क नहीं हो सका। परेशान होकर पीड़ित ने इसकी शिकायत सकरी थाने में की।