भोपाल : जी20 शिखर सम्मलेन में भाग ले रहे विदेशी प्रतिनिधियों और अन्यों के लिए भारत मंडपम के शिल्प बाज़ार में मध्यप्रदेश के समृद्ध हस्तशिल्प और जनजातीय कलाकृतियों की विस्तृत श्रंखला का प्रदर्शन किया जा रहा है। 9 और 10 सितम्बर, 2023 को हो रहे इस शिल्प बाज़ार के मध्यप्रदेश पेवेलियन में प्रदेश के एक जिला-एक उत्पाद के अंतर्गत प्रसिद्ध और लोकप्रिय शिल्प का भी प्रदर्शन किया जा रहा है। पेवेलियन में चंदेरी साड़ी, महेश्वरी साड़ी, बाघ और बुटिक प्रिंट, सीधी की दरियाँ, लौह शिल्प और मेटल की कलाकृतियाँ, गोंड पेंटिंग्स, जूट से निर्मित कैरी बैग्स, फाइल कवर्स, लेदर बैग्स, बाँस चटाई, ज़री वर्क इत्यादि के प्रदर्शन और बिक्री की व्यवस्था की गयी है। डिजिटल भुगतान के लिए पेवेलियन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्ड स्वाइप की सुविधा है। खरीदे गये उत्पादों की पेकिंग इको-फ्रेंडली पेपर बैग में की जाएगी। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के सौजन्य से फोरेक्स काउंटर भी शिल्प बाज़ार में स्थापित किया गया है।

प्रदेश के पेवेलियन में वर्ष 2017 के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित पवन झारिया द्वारा तारापुर की सुप्रसिद्ध हस्तथप्पा छपाई कला नान्दना ब्लाक प्रिंट्स की 12 विभिन्न प्रक्रियाओं का सजीव प्रदर्शन भी किया जा रहा है।

शिल्प बाज़ार में ट्राईफेड के ट्राइब्स इंडिया पेवेलियन में भी मध्यप्रदेश की गोंड पेंटिंग्स, महेश्वरी साड़ियां और भील आभूषण प्रदर्शित किये जा रहे हैं। वर्ष 2023 के पद्म पुरस्कार विजेता परेश राठवा इस पेवेलियन में भील, भिलाला, नायक और राठवा जनजातियों की अनुष्ठानिक पिथौरा पेंटिंग का सजीव प्रदर्शन कर रहे हैं।