इस्लामाबाद । पाकिस्तान के विशेष दूत आसिफ दुर्रानी गुरुवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचे। जहां उन्होंने आतंकवादी संगठनों तहरीके तालिबान पाकिस्तान सहित अन्य आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने के लिए तालिबानी नेताओं और अधिकारियों से वार्ता शुरू की है। उधर गुरुवार दोपहर लगभग 12:00 बजे दो आत्मघाती आतंकवादियों ने पुलिस थाने में घुसने की कोशिश की। थाने के अंदर काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट द्वारा पकड़े गए कुछ संदिग्ध आतंकवादियों से पूछताछ की जा रही थी।  इन दोनों आत्मघाती हमलावरों की संदिग्ध गतिविधि के आधार पर पुलिस थाने के अंदर घुसने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की जिसके जवाब में दोनों आत्मघाती हमलावरों ने अपनी सुसाइड जैकेट का बटन दबाकर विस्फोट कर दिया। इस विस्फोट के दौरान एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए और अब तक तीन पुलिसकर्मियों के मरने की खबर आई है। 
पिछले 72 घंटे के दौरान यह तीसरा सुसाइड अटैक है, जो पाकिस्तान के सुरक्षा कर्मियों पर किया गया है। इस सुसाइडल अटैक के 1 घंटे बाद इस घटना की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली है। आतंकवादी संगठन टीटीपी प्रवक्ता ने सुसाइड हमलावरों के नाम भी बताए गए हैं। किए गए दावे के मुताबिक यह आत्मघाती हमला उसके सुसाइड बांबरों शाहिद उल्ला यूसुफजई उर्फ हमजा और हंजला मोहम्‍मद नामक आतंकवादियों द्वारा किया गया था। दिलचस्प है कि इसी आतंकवादी संगठन पर लगाम कसने के लिए अफगानिस्तान में पाकिस्तान के विशेष दूत अफगानिस्तान पहुंचे हैं। 
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय का आधिकारिक तौर पर कहना है कि इस दौरान विदेश मंत्री अमीर खान मुतक्की ने उन्हें आश्वासन दिया कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी संगठन नहीं कर पाएंगे और अफगानिस्तान चाहता है कि पाकिस्तान में हर तरह से शांति कायम रहे।